बड़वानी/‘देश का शिर्ष नेतृत्व विकास का मुख्य छोर है तो ग्राम की आशा विकास का अंतिम छोर‘ किसी भी योजना को क्रियान्वित करने का मुख्य जिम्मा अंतिम छोर के कार्यकर्ता का होता है वैसे ही आशा भी स्वास्थ्य सेवाओं को जमीनी स्तर पर अमलीजामा पहनाने में मुख्य कड़ी है। उक्त बातें आशाग्राम में स्वास्थ्य विभाग के तहत आशा कार्यकर्ताओं को गृह आधारित प्रशिक्षण में पूर्व कुलपति एवं आशाग्राम ट्रस्ट के सचिव डाॅ. शिवनारायण यादव ने कही। उन्होने ग्राम की आशा की किरण आशा को निरूपित करते हुए जल स्वच्छता एवं व्यक्तिगत साफ-सफाई के लिए उदाहरणों के माध्यम से प्रेरक सीख दी। प्रशिक्षण में बच्चों को गृह आधारित देखभाल के साथ-साथ संपूर्ण टीकाकरण, पोषण एवं स्वच्छता पर आवासीय प्रशिक्षण जिले की आशा कार्यकर्ताओं को विभाग द्वारा प्रदान किया जा रहा है। इस दौरान डाॅ. यादव एवं अतिथियों के द्वारा राजपुर, ठीकरी, सिलावद, निवाली की आशा कार्यकर्ताओं को प्रमाण-पत्र देकर एच.बी.वाई.सी. का कार्य करने के लिए दक्षता प्रदान की। जिले के चारों विकासखण्डों की आशा कार्यकर्ताओं को बच्चों में जन्मजात विकृति परखने के के लिए 21 प्रकार की दिव्यांगता समझने के लिए जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र आशाग्राम ट्रस्ट द्वारा पोस्टर वितरण किये गए। इस अवसर पर जिला कम्युनिटी मोबाईलाईजर अशोक कनाड़े, डीडीआरसी की प्रशासकीय अधिकारी श्रीमती नीता दुबे, मास्टर ट्रेनर प्रेम मोर्य, संध्या सेन आदि उपस्थित थे।

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