बड़वानी /यह प्रेरक तथ्य है कि किसी सार्वजनिक क्षेत्र में विशेषकर स्वास्थ्य सेवाओं के समान वितरण हेतु शासकीय मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता आशा संपूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ बन गई है। यह किसी अवैतनिक कार्यकर्ता का सर्वोच्च उदाहरण है। हर एक कार्यकर्ता को बिना अपने हित को ध्यान में रखकर सेवा ग्राही के स्वास्थ्य हित को ही महत्व दिया जाना औरों के लिए प्रेरणा बन गया है। उक्त बातें सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एडीजे श्री हेमंत जोशी ने जिले के चार विकासखंड पाटी, सेंधवा, राजपुर, एवं पानसेमल की आशा कार्यकर्ताओं को आशा ग्राम में आयोजित प्रशिक्षण में कहीं।

   उन्होंने आशाओं को अपनी सेवाओं में न्याय की सुगमता के प्रसार हेतु कार्यकर्ताओं से सहयोग की बात कही जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री रामेश्वर कोठे के मार्गदर्शन में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में न्यायाधीश सुश्री इकरा मिन्हासमैं भी संबोधित कर पहले स्वयं को स्वस्थ एवं जागरूक बनकर और अधिक लोगों को लाभान्वित करने की बात कही। उन्होंने राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत विद्यालयों में बने साथिया को व्यसन मुक्ति एवं तनाव मुक्ति हेतु प्रशिक्षित करने की बात कही।

   ट्रस्ट के सचिव डॉ शिवनारायण यादव के द्वारा आशाओं से 21 प्रकार की विकलांगता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए ट्रस्ट द्वारा प्रदत्त पोस्टर का उपयोग करने की बात कही।जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र की श्रीमती नीता दुबे द्वारा 21 प्रकार की दिव्यांगता की जानकारी देकर पोस्टर सभी आशा एवं आशा सहयोगिनियों को वितरण किया गया। इस दौरान न्यायाधीश सुश्री जय श्री आर्यन ट्रस्ट के श्री सचिन दुबे, श्री मनीष पाटीदार, हिमांशु वाबले, श्रीमती संध्या सेन, अमित भावरे आदि उपस्थित थे।

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