झाबुआ। झाबुआ विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान सोमवार सुबह सात बजे से मतदान जारी है। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ नजर आने लगी है। 356 केंद्रों पर शांतिपूर्ण मतदान के इंतजाम किए गए हैं। दो लाख 77 हजार से ज्यादा मतदाता मतदान करेंगे। इसके लिए मतदान केंद्रों में बैठने, पीने के पानी सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। 15 मतदान केंद्रों पर आयोग वेबकास्टिंग के माध्यम से नजर रखी जा रही है। सुरक्षा के लिए चार केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल की कंपनियों सहित पुलिसकर्मी तैनात हैं। रानापुर के मतदान केंद्र समोई 237 पर ईवीएम खराब होने से वोटिंग रूकी, नई मशीन आने के बाद फिर से शुरू होगी वोटिंग। उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी भानू भूरिया ने ग्राम दोतड़ में सुबह मतदान किया। कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया ने भी परिवार के साथ मतदान किया।
ईवीएम और वीवीपैट की खराबी के चलते मतदान प्रभावित न हो, इसके लिए 20 प्रतिशत मशीनें सेक्टर ऑफिसरों को दी गई हैं। यह लोग मतदान के दौरान भ्रमण पर रहेंगे। जहां कहीं से भी ईवीएम या वीवीपैट में खराब होने की सूचना मिलेगी, वहां पहुंचकर तत्काल बदलवाएंगे। इस बार आयोग के निर्देश पर 200 प्रतिशत मशीनों का इंतजाम किया गया है।
मैदान में पांच उम्मीदवार हैं, जिसमें कांग्रेस से कांतिलाल भूरिया, भाजपा से भानु भूरिया और तीन निर्दलीय कल्याणसिंह डामोर, निलेश डामोर और रामेश्वर सिंगार शामिल हैं। दोनों प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस के दिग्गजों ने चुनाव में पूरा जोर लगाया है। वहीं भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ रहे कल्याणसिंह डामोर पर भी सभी की नजर है।
झाबुआ में पहले उपचुनाव की नौबत इसलिए आई क्योंकि 2018 में विधायक बने गुमानसिंह डामोर को मई 2019 में सांसद बनने का भी मौका मिल गया। दोनों संवैधानिक पद पर एक साथ नहीं रह सकते थे। एक पद से इस्तीफा देना जरूरी था। डामोर ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद झाबुआ की सीट रिक्त हो गई। इसलिए अब नया विधायक चुनने के लिए उपचुनाव हो रहा है।जनता का फैसला गुरुवार को पता चलेगा। गुरुवार को पॉलीटेक्निक महाविद्यालय में ही मतगणना होना है। 26 राउंड में मतों की गिनती होगी। उधर परिणाम को लेकर जिज्ञासा का माहौल अभी से ही बन गया है।
