बड़वानी /मध्यप्रदेश का ऐसा कोई क्षेत्र नही, जहाॅ वर्षा का जल सहजने के पश्चात् भी सूखा पड़ जाये या भू-जल स्तर नीचे चला जाये। अगर कही पर ऐसा हो रहा है तो हम इसे बड़ी सरलता से वर्षा जल प्रबंधन कर दूर कर सकते है।
जल शक्ति अभियान के अंतर्गत विकासखण्ड पानसेमल के विभिन्न ग्रामो में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उक्त विचार केन्द्रीय भूमि जल बोर्ड भोपाल के वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. राकेशसिंह ने उपस्थितो को सम्बोधित करते हुये कही। भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के तत्वाधान में ग्राम पंचायत पीपरानी के ग्राम सापखड़की में आयोजित इस कार्यशाला मे ग्रामीणो से सीधा संवाद किया गया । इस दौरान उन्हें ग्राम स्तरीय जल सुरक्षा योजना, जल की उपलब्धता, स्त्रोत एवम जल के अधिकतम उपयोग से कैसे ग्रामीणों का जीवन स्तर सुधरे एवम जल के माध्यम से कैसे उनकी आय दोगुनी हो पर विस्तार से चर्चा की गई ।
इस दौरान भोपाल से आए वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ राकेश सिंह द्वारा ग्रामीणो को बताया गया कि पानी की कमी वर्षा जल के उचित प्रबंधन से दूर की जा सकती है। वही जंगल, पहाड़, हरियाली और पानी के प्रबंधन से किसानों की आय दोगुनी हो सकती है । किन्तु यह समस्त कार्य अकेले सरकार नही कर सकती इसमें सभी का सहयोग आवश्यक है।
कार्यशाला में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ राकेश सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सौरभ राठौड़ सहित पी एच ई, वन विभाग के अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीणजन, गणमान्य नागरिक, विद्यार्थी उपस्थित थे । कार्यशाला के दौरान उपस्थित समस्त लोगो ने प्रण किया कि वे अपना योगदान देकर ग्रगाम सांपखड़की को एक आदर्श ग्राम बनायेंगे । इस दौरान ग्रामीणों ने श्री बाबुलाल गिरासे को जल प्रहरी के तोर पर भी मनोनीत किया ।
