इस्लामाबाद। करतारपुर गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती पर सिख श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए तैयार है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने ट्विटर अकाउंट पर करतारपुर परिसर और गुरुद्वारा दरबार साहिब की कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए कहा कि सिख श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए तैयार है करतारपुर। बताते चलें कि 12 नवंबर को गुरुनानक देव की 550वीं जयंती का समारोह मनाया जाना है और इससे पहले नौ नवंबर को करतारपुर गलियारे का उद्घाटन किया जाएगा।
इस मौके पर सिखों को विशेष रियायत देते हुए उन्होंने पासपोर्ट की अनिवार्य शर्त को समाप्त करते हुए कहा था कि किसी भी वैलिड दस्तावेज के साथ भारतीय सिख वहां जा सकेंगे। इतना ही नहीं नौ नवंबर और 12 नवंबर को करतारपुर आने वाले श्रद्धालुओं से 20 डॉलर का शुल्क भी नहीं लिया जाएगा। इमरान खान ने रिकॉर्ड समय में इस काम को पूरा करने के लिए अपनी ही सरकार को बधाई भी दी।
माना जा रहा है कि ऐसा करके खान धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं। बताते चलें कि सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने रावी नदी के किनारे स्थित पाकिस्तान के करतारपुर में दरबार साहिब गुरुद्वारे में अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष बिताए थे। यह गलियारा पंजाब के गुरदासपुर में स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब से जोड़ता है। भारत और पाकिस्तान के बीच हुए समझौते के तहत रोजाना पांच हजार श्रद्धालू करतारपुर जा सकेंगे और विशेष मौकों पर इस संख्या को बढ़ाया जाएगा।
बताते चलें कि यह कार्यक्रम ऐसे समय पर हो रहा है, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम स्तर पर बना हुआ है और पाकिस्तान ने एकतरफा भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को खत्म कर दिया है। उधर, इमरान खान के खिलाफ मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में आजादी मार्च भी निकाला जा रहा है।
