-आदिवासी महाविद्यालयीन कन्या छात्रावास की छात्राओं ने की शिकायत
-जांच दल सहित पहुंचे सहायक आयुक्त, की छात्राओं से चर्चा
बड़वानी। छात्रावास अधीक्षिका के पति उनकी पदस्थापना के समय से ही उनके साथ छात्रावास परिसर स्थित आवास में रह रहे हैं, जबकि परिसर में पुरुषों का प्रवेश वर्जित है। अधीक्षिका पति द्वारा अभद्र व्यवहार कि या जाता है। अधीक्षिका द्वारा राशि वसूली के लिए दबाव बनाया जाता है। पंखे, बल्ब आदि खराब होने पर छात्राओं को लाने का कहा जाता है। यदि 24 घंटे के अंदर छात्रावास अधीक्षिका को हटाया नहीं गया तो उग्र आंदोलन कि या जाएगा। शिकायत के साथ यह चेतावनी स्थानीय आदिवासी महाविद्यालयीन कन्या छात्रावास की छात्राओं ने दी।
आदिवासी महाविद्यालयीन कन्या छात्रावास की छात्राओं ने सोमवार 4.30 बजे जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त विवेक पांडेय को उक्त शिकायत लिखित में की। सहायक आयुक्त ने तुरंत चार सदस्यीय दल बनाकर छात्रावाास पहुंचाया। वहीं वे स्वयं और जिला पंचायत उपाध्यक्ष व शिक्षा समिति के अध्यक्ष रमेश चौहान भी छात्रावाास पहुंचे। इस दौरान जांच दल सदस्यों ने छात्रावास अधीक्षिका मिरु गुथरे, उनके पति नरेंद्र बरडे व छात्राओं के बयान लिए। जांच की कार्रवाई देर शाम तक जारी रही। सहायक आयुक्त ने भी छात्राओं से चर्चा की और उनकी समस्याएं जानी।
छात्रावास की बाई से करवाती है घर का काम
छात्राओं ने बताया कि मेस की राशि छात्राओं के खाते में डाली जाती है। इसे वापस लेने के लिए अधीक्षिका द्वारा छात्राओं पर दबाव बनाया जाता है। न्यूज पेपर अधीक्षिका के घर आता है, पेपर लेने जाओ तो उनके पति द्वारा अभद्र व्यवहार कि या जाता है। वहीं छात्रावास में काम करने वाली बाई से अधीक्षिका स्वयं के घर का खाना बनवाना, कपड़े धुलवाना आदि कार्य करवाती हैं।
चेतावनी भी दी
छात्राओं ने बताया कि हम कु छ समस्या लेकर अधीक्षिका के पास जाते हैं तो वे स्वयं बात न करते हुए पति को आगे करती हैं। आवदेन में छात्राओं ने चेतावनी दी है कि 24 घंटे में यदि छात्रावास अधीक्षिका को नहीं हटाया गया तो छात्राएं आदिवासी छात्र संगठन का सहयोग लेकर उग्र आंदोलन करेंगी।
