बड़वानी /  विद्या भारती मालवा खरगोन विभाग में इंदौर संभाग समिति सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें  सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान मालवा के सचिव प्रकाश धनगर,  उपाध्यक्ष  भगवान सेप्टा, प्रांत प्रमुख पंकज पवार एवं विभाग समन्वयक अंबिका दत्त कुंडल धार  विभाग ,सत्यनारायण  लववंशी खंडवा विभाग एवं  महादेव यादव खरगोन विभाग की उपस्थिति में दीप प्रज्वलित एवं स्वागत विद्यालय संचालन समिति की अध्यक्ष श्रीमती संगीता लोह द्वारा किया गया । कार्यक्रम के प्रथम सत्र मे वार्षिक प्रतिवेदन सचिव प्रकाश जी धनगर के द्वारा प्रस्तुत किया गया विद्या भारती का ध्येय शिक्षा से लाभ कमाना नही,  व्यक्ति निर्माण करना है: प्रांत सचिव  प्रकाश धनगर l

इंदौर संभाग संभागीय समिति सम्मेलन में खरगोन, धार, खण्डवा  विभाग  के प्राचार्य ओर समिति  पदाधिकारी सम्मिलित हुए।  सम्मेलन में विद्या भारती द्वारा संचालित विद्यालयों में संसाधन जुटाने, शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार, समिति ओर विद्यालय के बीच  संवाद बनाकर सुविधाएं देने के साथ ही विद्यालयों में छात्र संख्या वृद्धि, सुविधाएं बढाने को लेकर विचार, मंथन हुआ। सम्मेलन में मुख्य अतिथि सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान के प्रांतीय सचिव श्री प्रकाशचन्द्र धनगर ने विद्यालन संचालन व्यवस्थाओ को ओर कैसे श्रेष्ठ बनाएं इस पर मार्गदर्शन प्राप्त हुआ । उन्होंने प्रोजेक्टर के माध्यम से मालवा प्रांत की भौगोलिक स्थिति एवं कार्यस्थिति की  जानकारी देते हुए बताया उज्जैन ओर इंदौर सम्भाग में सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान के 872 विद्यालयों में 897 प्राचार्य/प्रधानाचार्य, 7461आचार्य/ दीदी सेवाएं दे रहे है और 149199 भैया/ बहन शिक्षा ग्रहण कर रहे है। हमारा ध्येय सेवाभाव से व्यक्ति निर्माण करना है और इसे पूरा करने में आचार्य, दीदीयों की महत्वपूर्ण भूमिका हैं l आधुनिक युग मे शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे बदलाव को अनुभूति करना होगा। उसी के अनुरूप हमारे विद्यालय में स्मार्ट  क्लासेस, सीसीटीवी, कम्प्यूटर लेब जैसी सुविधाएं उपलब्ध करनी होगी ।

दूसरे सत्र में  खरगौन विभाग समन्वयक महादेव यादव ने विभाग के प्राचार्य ओर समिति सदस्यों से उनकी कार्य योजनाओं की जानकारी ली। इसके बाद आगामी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि सितम्बर माह में होने वाली वैदिक गणित एवं स्पोकन इंग्लिश कार्यशाला में आचार्य, दीदी जरूर भाग ले। अक्टूबर में आर्थिक अवलोकन, प्रावीण्य सूची में आने वाले पूर्व छात्रों की कार्यशाला, नए सॉफ्टवेयर, आईसीटी का आचार्य दीदी को प्रशिक्षण विभाग सह कार्यशाला, महिला कार्यशाला जैसे आगामी योजनाओं को गम्भीरता से ले और इनका क्रियान्वयन कराए। सम्मेलन के दौरान विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य, समिति पदाधिकारियों ने विधालय में किये जा रहे नवाचारों की जानकारी दी। इसमे खरगोन समिति सचिव प्रितेश अग्रवाल ने एकलव्य छात्र योजना चलाने का प्रस्ताव रखा। जिसमे पूर्व छात्रों से सम्पर्क स्थापित कर उनके सफल होने की आधारशिला रखे l विद्यालय के प्रति दायित्व का बोध कराते हुए सामर्थ्य अनुसार आर्थिक मदद लेने की योजना है।

समापन सत्र में प्रांत प्रमुख  पंकज  पंवार ने कहा कि प्राचार्यो ने जो प्रतिवेदन प्रस्तुत किया वह सराहनीय है। इससे प्रतीत होता है कि हमारे प्रकल्प पूरा करने की दिशा में हम तेजगति से आगे बढ़ रहे है। सम्मेलन की सार्थकता भी सम्मेलन में हुए चिंतन- मनन, चर्चाओं का क्रियान्वयन हो। सामूहिक प्रयासों से ही विद्यालय उपलब्धि प्राप्त करता है। हमारे लक्ष्य पर पूरे वर्ष भर फोकस करना जरूरी है l विद्या भारती का लक्ष्य ही हमारा कार्य है  शिशु वाटिका की 12 शैक्षिक व्यवस्थाओं की पूर्ति करना, बजट में लेना शैक्षणिक गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना, शिशु वाटिका परिषद का निर्माण करना, अंग्रेजी स्पोकन ,खेल संगीत ,कंप्यूटर शिक्षकों की नियुक्ति देना स्कूल मैनेजमेंट  सॉफ्टवेयर लागू करना उसका क्रियान्वयन करना ,अटल लैब कंटेंट निर्माण करना ,पंच परिवर्तन आदि विषयों पर मार्गदर्शन प्राप्त हुआ l

विद्या भारती मालवा के उपाध्यक्ष भगवान  सेप्टा  अनुसार उन्होंने विचार व्यक्त किया कि व्यक्ति या नागरिक का निर्माण तीन चीजों के माध्यम से होता है, अतीत का गौरव ,वर्तमान की पीड़ा और भविष्य के सपने अगर आंखों के सामने रहेंगे तो वह देश को कभी गुलाम नहीं बन  सकता l अभिभावक से प्रभावी संपर्क निरंतर बनाए रखना जिस संख्या वृद्धि एवं समाज में हम अपनी प्रभावी छवि बना सकते हैं l अंत में कल्याण मंत्र के साथ संभागीय समिति सम्मेलन का समापन हुआ l

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *