बड़वानी / जैन धर्म के अंतिम तीर्थंकर एवं वर्तमान शासन नायक भगवान महावीर का 2654 वे जन्म कल्याणक की जहां पूरे विश्व में धूम धाम रही उसी कड़ी में बड़वानी दिगंबर जैन समाज द्वारा भी भगवान महावीर को पालकी में विराजित कर नगर के मुख्य मार्ग से भव्य और दिव्य शोभा यात्रा समाज के युवा,बच्चे और महिला पुरुष वर्ग ने बैंड बाजों की धूम नृत्य,गान कर और भगवान महावीर के दिव्य संदेश जियो और जीने दो,त्रिशला नंदन वीर की जय बोलो महावीर की और जिन शासन की महावीर भगवान की जयकारा लगाते हुए चल रहे थे । शोभा यात्रा जैन मंदिर पर जा कर समाप्त हुई जहां भगवान के प्रथम अभिषेक का सौभाग्य यश अनिल सेठी को तो शांति धारा का सौभाग्य राजेश गोधा को प्राप्त हुआ और मंदिर के छह शिखर पर ध्वजा मनोहर लाल काला,जिनेन्द्र जी दोषी,प्रथम पवित्र दोषी,तुषार काला,विनोद कविता अग्रवाल,नम्रता बड़कुल,अर्क अजमेरा के परिवार को भगवान नेमीनाथ,अजीत नाथ,चन्द्र प्रभु,शांतिनाथ,पार्श्वनाथ,शांतिनाथ ,जिनवाणी की वेदी के शिखर की ध्वजा का सौभाग्य प्राप्त हुआ ,वही राजा सिद्धार्थ और माता त्रिशला बनने का सौभाग्य शुभम महिमा काला जैन को प्राप्त हुआ ,दोपहर को मंदिर प्रांगण में प्रभावना वितरित की गई शाम को पालना झुलाने का कार्यक्रम और भगवान की भव्य आरती की गई ,उपरोक्त जानकारी गौरव काला द्वारा प्राप्त हुई।
