कोलकाता। पश्चिम बंगाल में एक बार फिर से राजनीति गर्माने लगी है। राज्य में जहां राज्यपाल ने ममता सरकार पर हेलीकॉप्टर ना देने का आरोप लगाया है वहीं ममता बनर्जी ने राज्यपाल पर इशारों में समानांतर सरकार चलाने के आरोप मढ़े हैं। खबरों के अनुसार, राज्यपाल जगदीप जाखड़ को आज मुर्शिदाबाद में एसएनएच कॉलेज के कार्यक्रम में शामिल होने जाना था और इसके लिए उन्होंने हेलीकॉप्टर की मांग की थी जिसे नहीं माना गया। दावा है कि इसके बाद उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव से इसकी मांग की है। वहीं दूसरी तरफ ममता सरकार ने राज्यपाल पर निशाना साधते हुए समानांतर सरकार चलाने का आरोप लगाया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी अयोध्या मामले में कुछ नहीं कहा है लेकिन महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन को लेकर इशारों-इशारों में ही गुरुवार को उन्होंने राज्यपालों पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यों में समानांतर सरकार चलाने की कोशिश हो रही है। संवैधानिक पदों पर बैठे लोग भाजपा प्रवक्ता के रूप में बोल रहे हैं।
चक्रवात बुलबुल को लेकर गुरुवार को प्रशासनिक बैठक के बाद वह जब पत्रकारों से मुखातिब हुईं तो अयोध्या फैसले के संदर्भ में सवाल पूछे गए। उन्होंने यह कहते हुए कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया कि अभी वह राज्य में आए बुलबुल चक्रवात के बाद राहत कार्य में बहुत व्यस्त हैं। वहीं, महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की अनुशंसा किए जाने को लेकर किसी का नाम लिए बिना उन्होंने वहां के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग भाजपा के मुखपत्र की तरह काम कर रहे हैं। इतना ही नहीं तृणमूल प्रमुख ने नाम लिए बगैर बंगाल के राज्यपाल पर राज्य में समानांतर सरकार चलाने की कोशिश का भी आरोप लगाया। ममता बनर्जी ने कहा आप मेरे राज्य का उदाहरण ले सकते हैं। मैं आमतौर पर संवैधानिक पदों पर टिप्पणी नहीं करना चाहती, लेकिन कुछ लोग भाजपा के मुखपत्र की तरह काम कर रहे हैं। मेरे राज्य में भी आपने देखा है कि क्या चल रहा है। वे एक समानांतर प्रशासन चलाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें लोगों द्वारा चुनी जाती हैं और संघीय ढांचे को संविधान के अनुसार काम करना चाहिए। उन्हें (सरकारों को) काम करने देना चाहिए। संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को केंद्र सरकार को समर्थन नहीं देना चाहिए। केंद्र को भी इसका ख्याल रखना चाहिए।
