बड़वानी /शासकीय कन्या महाविद्यालय बड़वानी में 16 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस का आयोजन किया गया इस अवसर पर प्राचार्य डॉ.पी गौतम ने सहिष्णुता पर अपने विचार व्यक्त किए।
वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.वंदना भारती ने बताया कि सहिष्णुता दिवस की घोषणा यूनेस्को ने 1995 में की थी और उन्होंने सहिष्णुता व हिंसा के बारे में बताकर गांधी जी के विचारों से अवगत कराया तथा सकारात्मक सोच के साथ कर्मशील बनकर मेहनत से लक्ष्य प्राप्त करने को प्रेरित किया।
डॉ. कविता भदोरिया ने आत्मज्ञान से अवगत कराया ध्यान व योग से आने वाली सकारात्मक सोच व अच्छे समाज को बनाकर भाईचारा बनाए रखने हेतु शुभकामनाएं दी।डॉ. स्नेहलता मुझालदा ने राष्ट्रीय एकता व सौहाद्र्र बनाए रखने के लिए सभी को ज्ञानवर्धक बातों से अपने शब्दों की ओर आकर्षित किया। डॉ. मनोज वानखेड़े ने यातना से दूर रहकर आदर्श बनाने और उनका पालन करने हेतु समझाया व महात्मा गांधी और गौतम बुद्ध जी के जीवन पर भी प्रकाश डाला। डॉ. दिनेश सोलंकी ने सर्व धर्म के प्रति धर्म निरपेक्षता का ज्ञान दिया एकता से रहने के लिए प्रेरित किया।
डॉ. विक्रम चैहान ने सभी बच्चों को सही मार्ग पर चलने हेतु प्रशस्त किया व ज्ञान का विकास करके बनाने हेतु जागरूक किया। प्रो. दीपाली पाटीदार ने प्रताड़ना व सहिष्णुता बर्दाश्त न करने व विरोधी व्यक्तियों व विपरीत परिस्थितियों में भी सहिष्णुता पूर्ण व्यवहार को बनाए रखने तथा साथ ही कानून का भी सहारा लेकर सभी छात्राओं को प्रेरित किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय में स्लोगन पोस्टर एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया जिसमें छात्राओं ने भाग लिया इस अवसर पर महाविद्यालय, के वरिष्ठ प्राध्यापक डाॅ. वंदना भारती, डाॅ. कविता भदौरिया, डाॅ. स्नेहलता मुझाल्दा, डाॅ. मनोज वानखेड़े, डाॅ. विक्रम सिंह चैहान, डाॅ. दिनेश सोलंकी प्रो. सीमा भाटिया, प्रो. प्रियंका शाह, प्रो. मीनाक्षी वर्मा, प्रो. शची कानूनगो व छात्राएँ उपस्थित थी कार्यक्रम का संचालन प्रो. दीपाली पाटीदार व आभार प्रो. शिवाली पटेल ने किया।
