भोपाल। उनकी शादी को 30 साल हो गए हैं, फैमिली कोर्ट में उन्होंने एक दूसरे पर बड़े आरोप लगाए। पत्नी ने कहा कि पति मुझे बिल्कुल समय नहीं देते हैं बच्चे बड़े हो गए हैं और वो अपनी लाइफ में बिजी हो गए हैं। इस पर पति ने कहा कि ये रात में दो बजे घर आती हैं कुछ पूछता हूं तो झगड़ती हैं। कुछ इस तरह की पीड़ा एलआईसी अफसर की पत्नी ने कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश आरएन चंद के सामने काउंसिलिंग के दौरान रखी। पत्नी का कहना है कि पति नौकरों के सामने मारपीट कर मुझसे गाली-गलौज करते हैं। बेटा गुड़गांव में नौकरी करता है और 16 साल की बेटी हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करती है। पति द्वारा समय नहीं देने के कारण मुझे अकेलापन सताने लगा है। इस कारण अब मेरा इनके साथ रहना दुश्वार हो गया है। वहीं, अफसर पति ने कहा कि मैं इसे तलाक नहीं देना चाहता। न्यायाधीश ने दोनों के बीच समझौता कराया। पति तलाक देने के लिए राजी नहीं हुआ।

जज ने पत्नी से पूछा पूरा शेड्यूल पूछा

जज ने पत्नी से दिनभर का शेड्यूल पूछा, जिसमें उसने बताया कि वह सुबह 7 बजे वॉकिंग, 8 बजे योगा, 10 बजे घर और शाम 5 बजे डांस क्लास और दोपहर के समय में किटी पार्टी में जाती है। वहीं, पति ने कहा कि कभी-कभी आगरा, दिल्ली, मुंबई भी अपनी सहेलियों के साथ बिना पूछे रवाना हो जाती हैं। मैसेज कर फ्लाइट का टाइम बताती हैं। वहीं, दोपहर में 100 मीटर दूरी पर स्थित मायके में बैठी रहती हैं। इस पर जज ने पत्नी से कहा कि जब आप घर में रहती ही नहीं हैं तो पति आपके साथ मारपीट कब करते हैं।

पति देगा 10 हजार रुपए का भरणपोषण

पति ने बताया कि उसकी प्रतिमाह सैलरी 44 हजार रुपए है, जिसमें घर का पूरा खर्च और बेटी की पढ़ाई का खर्च उसे देना होता है। इसके बाद भी अगर पत्नी को भरण-पोषण चाहिए तो उसे प्रतिमाह 10 हजार रुपए दे सकता है। पत्नी ने कहा कि वह योगा, डांस और किटी पार्टी जाती है तो उसे कम से कम महीने के 20 हजार चाहिए, लेकिन 10 हजार देने का तय हुआ।

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