बड़वानी / नीति आयोग के निर्देशानुसार आकांक्षी जिलो में स्वास्थ्य एवं पोषण सूचकांक स्तर में सुधार लाने हेतु दो दिवसीय सहयोगी सुपर विजन प्रशिक्षण का आयोजन स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया गया। इसमें स्वास्थ्य और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को उनके अधिनस्थ अमले व समुदाय से संवाद करने के तरीके एवं बरती जाने वाली सावधानियों को समझाया गया, साथ ही सुपर विजन करते समय अपने अधीनस्थ अधिकारियों से व्यवहार के तरीके के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई ।
प्रशिक्षण में बताया कि एक कुशल नेतृत्वकर्ता में क्या गुण होना चाहिए और उसे अपने अधीन स्टाप को किस प्रकार से मार्ग दर्शन दिया जाना चाहिए। प्रशिक्षण अंतर्गत सुधारवादी, सहयोगी, काम में फोकस करने वाला एवं रिश्तो को महत्व देने वाले सुपर विजन की शैलियों के बारे में भी बताया गया। इसके अलावा वीडियो, प्रस्तुतिकरण एवं सामुहिक चर्चा के माध्यम से इसे विस्तार पूर्वक समझाया गया ।
प्रशिक्षण का संचालन पिरामल फॉउण्डेरशन द्वारा किया गया। इस प्रशिक्षण के मास्टर ट्रेनर स्वास्थ्य विभाग के जिला कम्युकनिटी मोबलाईजर अशोक कनाडे, महिला एवं बाल विकास के विकासखंड़ परियोजना अधिकारी श्रीमती कविता चैहान, पिरामल फॉउण्डेशन के डीटीएम असलम शेख, बीटीओ गणेश देपाले, हरकचंद आचोले, संतोष सावनेर, सुनिल गुप्ता , हितेश पाण्डे थे।
प्रशिक्षण का शुभारंभ जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. कीर्तिसिंह चैहान एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के सहायक संचालक अजय गुप्ता द्वारा किया गया।
इस अवसर पर डॉ कीर्तिसिंह चैहान ने कहा कि समुदाय में अपना व्यपवहार सहयोगी रखें एवं स्वास्थ्य गतिविधियों की पूर्ण जानकारी के साथ टीके के फायदे एवं रखने वाली सावधानियों के बारे में समुदाय को बताए। अजय गुप्ता ने कहा कि सहयोगी सुपरविजन के माध्यम से अपने मैदानी अमले सेे सहज रूप से बात करें, इससे उन्हे सही जानकारी मिलेगी। असलम शेख ने बताया कि सहयोगी सुपर विजन प्रशिक्षण को समझकर इन्हें अपने काम में शामिल करें। सहभागी सुपर विजन की आवश्यकता को बताते हुए कहा कि बड़वानी एक आकांक्षी जिला है। हम सब आपस में सहयोग और सहभागिता से ही अपने कार्य में सुधार कर सकते है, जिससे कि अपेक्षित परिणाम प्राप्त किया जा सके ।
इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बीएस सैत्या ने बताया गया कि सर्वे में अपनी भूमिका समुदाय में कैसी होनी चाहिए और अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से कैसा सहयोगी व्यवहार करना चाहिए।
इस अवसर पर कलेक्टर अमित तोमर ने भी बताया कि अधीनस्थ अमले को हमेशा सकारात्मक रूप से प्रोत्साहन किया जाये । जिससे वे अपने दायित्वों का निर्वहन अच्छी तरह से निभाते हुये लक्ष्य को प्राप्त कर सके । इससे हमें स्वास्थ्य एवं पोषण सूचकांको में अपेक्षित परिणाम प्राप्त करने में मद्द मिलेगी ।
प्रशिक्षण में बड़वानी, पाटी एवं राजपुर ब्लॉक के स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेखा जमरे,डॉ जी.एस. बारेला, ब्लॉ्क स्तर से बी.एम.ओ., बी.पी.एम., बी.सी.एम., बी.ई.ई., सी.एच.ओ., हेल्थ सुपरवाईजर, आशा सहयोगिनी, महिला एवं बाल विकास विभाग से जिला कार्यक्रम अधिकारी, सी.डी.पी.ओ., बी.सी., बी.पी.ए. एवं सेक्टर सुपर वाईजर उपस्थित थे ।
