भोपाल। प्रदेश में कोरोना से निपटने के लिए बड़े स्तर पर तैयारी की जा रही है। इस साल जून-जुलाई में मरीजों की संख्या बढ़ने के अनुमान के चलते प्रदेश भर के लिए 18 लाख डिस्पोजेबल चादरें खरीदी जा जा रही हैं। इनमें छह लाख सैनिटाइज (संक्रमण मुक्त) चादरें हैं। यह चादर आईसीयू में गंभीर मरीजों को दी जाएंगी, जिससे उन्हें चादर से किसी तरह के संक्रमण का खतरा न रहे।

चादरों की खरीदी मप्र पब्लिक हेल्थ सप्लाई कॉरपोरेशन कर रहा है। इसके लिए एजेंसी भी तय कर ली गई है। सैनिटाइज चादर 28.56 रुपए प्रति नग और सामान्य चादर 26.44 प्रति नग खरीदी जा रही हैं। कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि क्वारंटाइन सेंटर और कोविड केयर हॉस्पिटल्स में संदिग्धों व कोरोना मरीजों को यह चादरें दी जाएंगी। इन चादरों का एक बार इस्तेमाल करने के बाद इंसीनरेटर में बायोमेडिकल वेस्ट की तरह नष्ट किया जाएगा।

अभी यह रही दिक्कत

क्वारंटाइन सेंटरों में अभी कॉटन की चादरें लोगों को दी जा रही हैं। एक बार जो चादर दी गई उसे बदला नहीं जा रहा है। कोविड के डर से लांड्री वाले यहां की चादरें धोने को भी तैयार नहीं हो रहे हैं।

अचानक मांगा सैंपल, आधे टेंडर रिजेक्ट

चादरों की खरीदी के लिए टेंडर जारी किए जाने के बाद कॉरपोरशन ने सप्लायरों से अचानक सैंपल जमा करने को कहा। लॉकडाऊन के चलते ट्रेने नहीं चलने से टेंडर भरने वाले 32 सप्लायरों में 15 सैंपल नहीं जमा कर पाए, जिससे उनके टेंडर रिजेक्ट कर दिए गए। कुछ सप्लायरों ने इसे गलत बताया है। उनका कहना है कि सभी को मौका मिलता तो रेट और सस्ते हो सकते थे। वह स्वास्थ्य मंत्री से इसकी शिकायत करने की तैयारी कर रहे हैं।

इनका कहना है

स्टेराइल और नान स्टेराइल दोनों तरह की डिस्पोजेबल चादरें खरीदी जा रही हैं। दो साल की जरूरत के अनुमान से यह खरीदी की जा रही है। आईसीयू में मरीजों को स्टेराइल चादरें दी जाएंगी।

डॉ. जे विजय कुमार एमडी,मप्र पब्लिक हेल्थ सप्लाई कॉरपोरशन

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