प्रधानमंंत्री मोदी शुक्रवार को अचानक चीनी बॉर्डर पर लेह पहुंचे हैं। इससे पहले सूचना थी कि गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लद्दाख का दौरा करेंगे, लेकिन कल रक्षा मंत्री का दौरा रद्द हो गया और आज अचानक पीएम मोदी लेह पहुंच गए। पीएम मोदी लेह एयरपोर्ट पर पहुंच चुके हैं। वे गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देंगे और बॉर्डर के ताजा हालात की जानकारी लेंगे। सीडीएस विपिन रावत समेत सेना के सभी बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि बॉर्डर पर पहुंचकर सैनिकों से मुलाकात कर पीएम मोदी चीन को कड़ा संदेश देना चाहते हैं।
पीएम मोदी लेह एयरपोर्ट से नीमू पहुंचे। यह 11000 फीट की ऊंचाई पर स्थिति एक गांव है, जिसकी सीमा पाकिस्तान के हिस्से से जुड़ती है। इतनी ऊंंचाई पर एक आम आदमी के लिए सांस लेना मुश्किल होता है, क्योंकि ऑक्सीजन की कमी होती है, लेकिन पीएम मोदी ने यहां पहुंचकर अपने सैनिकों को बड़ा संदेश दिया है।
सुरक्षा कारणों से नहीं दी गई जानकारी
आमतौर पर पीएम मोदी जहां भी जाते हैं, उनकी तस्वीरें सामने आ जाती हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी का यह दौरा सुरक्षा कारणों से गुप्त रखा गया है। पीएम मोदी यहां आला अधिकारियों के साथ मुलाकात करेंगे और आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे। बता दें, गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों को बीच संघर्ष हुआ था, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हुए थे, वहीं चीन के भी 40 जवान मारे गए थे। उसके बाद से भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ गया है
पीएम मोदी बनाम शी चिनपिंग
पीएम मोदी का यह लेह दौरा बहुत अहम माना जा रहा है। पीएम मोदी 11,000 फीट की ऊंचाई पर पहुंंचना चीन के लिए बहुत सख्त संदेश है। वहीं चीन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आलोचना हो रहा है। कहा जा रहा है कि जिनपिंग ने अपने सैनिकों की शहादत को छुपाया और उन्हें मरने के बाद भी पूरा सम्मान नहीं दिया। यही कारण है कि चीन में पूर्व सैनिक अपनी ही सरकार के खिलाफ बगावत करने का मन बना रहे हैं।
