बड़वानी 15 जुलाई/ लाॅक डाउन से उत्पन्न परिस्थितियो में गरीबो एवं प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के प्रयास अब रंग लाने लगे है। जिले में मनरेगा एवं अन्य योजनाओं से संचालित कार्यो में जहाॅ बड़ी संख्या में मजदूरों को नियमित रोजगार मिल रहा है। वहीं बन रहे मिट्टी – जल सहजने की संरचनाऐ आॅखों को सुकुन दे रही है। जिले के आज कई पहाड़, निर्मित इन संरचनाओं के कारण दूर से ही अपनी उपयोगिता बया कर रहे है।

     जिले के सबसे दुर्गम विकासखण्ड पाटी के ग्राम पंचायत आवली के सचिव  सयाराम वास्कले बताते है कि लाॅक डाउन के दौरान ग्राम पंचायत में लौटे प्रवासी मजदूरों को काम देने के लिये दाबड़ी फल्या की पहाडी पर जल एवं मिट्टी संरक्षण का  कार्य प्रारंभ किया गया था । इस कार्य में 22 प्रवासी मजदूरों के साथ  – साथ ग्राम के 200 अन्य मजदूरों ने भी बड़ी मेहनत एवं उत्साह से कार्य कर आज 100 से अधिक छोटे – बड़े पत्थर, बोल्डर चेकडेम का कार्य पूर्ण कर उसे चूने से पोतकर सम्पूर्ण पहाड़ी को आकर्षक बना दिया है।

     इस कार्य में मजदूरी करने वाले प्रवासी श्रमिक  मंशाराम गुलाबसिंह,  कमेश मंशाराम खुशी – खुशी बताते है कि जब वे गुजरात से लौटकर अपने ग्राम आये थे, तब आर्थिक उपार्जन हेतु चिन्तित थे ।  किन्तु सरकार द्वारा गृह ग्राम में ही उपलब्ध कराये गये काम से उनकी आर्थिक उपार्जन की चिन्ता तो दूर हो गई, किन्तु अब एक इच्छा बलवती हो रही है कि मेहनत से पहाड़ी पर बनाये गये इन बोल्डर चेकडेम में मिट्टी एवं पानी को रूकते हुये देखे । इसके लिये वे इन्द्रदेव से प्रार्थना कर रहे है कि क्षेत्र में वर्षा की लम्बी खेंच को दूर करते हुये जल्दी से जल्दी अच्छी वर्षा प्रारंभ कर दे, जिससे उनकी एवं ग्रामवासियों की इन सरंचनाओं में मिट्टी एवं पानी भरने की इच्छा भी पूरी हो जाये ।

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