बड़वानी 19 अक्टूबर 2020/देश के सर्वाधिक पिछड़े जिलों में शुमार होने के कारण हमारे जिले में स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग की सुविधाओं का महत्व अत्यंत बढ़ जाता है। अब प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को होने वाले टीकाकरण के दिन महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला एवं सुपरवाईजर बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के अनुपस्थित पाया जायेगा तो, उसके प्रथम बार अनुपस्थित मिलने पर 7 दिन का, दूसरी बार अनुपस्थित मिलने पर 15 दिन का तथा तीसरी बार अनुपस्थित मिलने पर पूरे माह का वेतन काटा जायेगा। अब निलंबन के स्थान पर वेतन काटने एवं सेवा से पृथ्क करने जैसी कार्यवाही की जायेगी। टीकाकरण वाले दिन दूसरे विभागों के जिला अधिकारी भी सीधे कलेक्टर के निर्देश पर चिन्हांकित स्थानों पर जाकर निरीक्षण करेंगे। इन अधिकारियों की संतोषजनक रिपोर्ट प्राप्त न होने पर खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं एकीकृत बाल विकास अधिकारियों पर कठोर कार्यवाही की जायेगी।
कलेक्टर श्री शिवराजसिंह वर्मा ने सोमवार को आयोजित समय सीमा बैठक के दौरान पिछले शनिवार को विकासखण्ड मुख्यालय पर पहुंचकर राजस्व अधिकारियों द्वारा की गई समीक्षा के परिणाम के आधार पर उक्त चेतावनी दोनों विभागों के मैदानी अमले को दी है। बैठक में समीक्षा के दौरान पाया गया था कि दोनों विभागों का मैदानी अमला सही तरीके से अपने पदीन दायित्वों का निर्वहन नही कर रहा है। उसकी रिपोर्टिंग एवं आनलाईन जानकारी फीड करने का तरीका सही नही है। दोनों विभागों के मैदानी अमले में कोई सामंजस्य व उनकी जानकारी में एकरूपता नही है। जिसके कारण फील्ड में समीक्षा के दौरान सही स्थिति स्पष्ट नही हो पाती है।
इस पर कलेक्टर ने मैदानी अमले की उपस्थिति को सुनिश्चित कराने, खण्ड स्तरीय पदाधिकारियों के निरीक्षण की भी समीक्षा करने की उक्त व्यवस्था करने के निर्देश दिये है। साथ ही कलेक्टर ने दोनों विभागों के जिला अधिकारियों को निर्देशित किया कि अत्यंत आवश्यक होने पर यदि कोई मैदानी अमला टीकाकरण वाले दिन अवकाश पर रहता है तो उसका कार्य अन्य स्टाफ के माध्यम से करवाया जाये।
