बडवानी / 3 दिन पूर्व एक युवती ने थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि रेहान खान निवासी राजपूर ने जगह जगह पैम्फलेट लगाकर यह विज्ञापन लगाया था कि जिन भी युवतियों को नौकरी की आवश्यकता हो उससे संपर्क करें जो उस युवती के द्वारा उसेसे संपर्क करने पर पहले रेहान खान के द्वारा बताया गया की कोटक महिंद्रा कंपनी में मैं असिस्टेंट मैनेजर हूं और तुम्हारी नौकरी लगवा दूंगा और बाद में कहने लगा कि मैं पुलिस विभाग मे थानेदार भी बन गया हूं ।स्वयं को पत्रकार भी बताता था एवं उसके पास कई तरीके के फर्जी id कार्ड एव फॉर्म थे।इस प्रकार से उस युवती को इसमें संदेह हुआ और जब यह जॉगर्स पार्क पर कार लेकर यूवति से मिलने आया तभी उसने देखा कि इसके पास बहुत सारे फर्जी दस्तावेज, फर्जी चेक है, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के फ़र्जी कागज भी है, जब युवती ने उसके इतने सारे id कार्ड के बारे में पूछा तो वह विवाद करने लगा और विवाद करके पुलिस के आने पर वहां से फरार हो गया, कार को लॉक करके। जो युवती की रिपोर्ट पर से रेहान खान के खिसाफ धोखाधड़ी ,कूटरचना, का अपराध पंजीबद्ध हुआ था। कार की तलाशी ली गई थी तो उसकी कार से कई फर्जी दस्तावेज जैसे पुलिस थानेदार का नकली आईडी ,स्वयं के नाम का एक प्रेस से संबंधित आईडी कार्ड ,स्वयं के नाम का कोटक महिंद्रा में असिस्टेंट मैनेजर का आईडी कार्ड, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत हितग्राहियों को 1 करोड़ रुपए प्रदान करने के संबंध में एक पत्र,1करोड़ का फर्जी चेक, जो जिला कलेक्टर महोदय के द्वारा जारी किया गया था उक्त कार की तलाशी लेने पर एक पिस्टल भी जप्त की गई थी उसके बाद से आरोपी फरार था जो एसपी निमिश अग्रवाल ने इस मामले को बहुत गंभीरता से लेते हुए एक टीम गठित की टीम में उप निरीक्षक नेपाल सिंह चौहान, सहायक उपनिरीक्षक किशोर जयसवाल आर पंकज पुरोहित दीपक देवलिया अजय कानुडे ,शैलेंद्र ,अंतर देवराम आरक्षक प्रीतम डीएबी शाखा योगेश पाटिल की टीम गठित की जो टीम ने लगातार इसके सर्चिंग की और मुखबिर की सूचना के आधार पर आरोपी रेहान को केंद्रीय विद्यालय के पास पहाड़ियों के पास जंगल से गिरफ्तार किया गया गिरफ्तार करने के बाद उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि जो पुलिस थानेदार का नकली आईडी एवं कोटक महिंद्रा मैनेजर एवं पत्रकार प्रेस का जो नकली कार्ड है वह महावीर फोटो स्टूडियो के महावीर जैन पिता सुरेश चंद्र जैन उम्र 40 वर्ष निवासी सरदार पटेल मार्ग बड़वानी के द्वारा के द्वारा कंप्यूटर में तैयार करके प्रिंट निकाला गया है इसी प्रकार जो कलेक्टर कार्यालय बड़वानी की जो सील है वह अनिल गुप्ता पिता नटवरलाल गुप्ता उम्र 45 वर्ष निवासी कचहरी रोड बड़वानी, जिसकी कोट चौराहे पर दुकान है ,जो सील बनाने का काम करता है उसके द्वारा बनाई गई है और जो मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत एक करोड़ की राशि का फर्जी पत्र इसके द्वारा हितग्राही को दीया गया है वह पत्र फूल सिंह तरोले पिता वेस्ता तरोले उम्र 26 वर्ष निवासी हाउसिंग बोर्ड मोती माता चौक बड़वानी पर ऑनलाइन दुकान है , उसके द्वारा बनाया गया है इस प्रकार से पुलिस ने इन तीनों ही लोगों को बुलाकर जब पूछताछ की गई तो उन्होंने अपना जुर्म करना स्वीकार किया है जो प्रकरण में धारा 120b का इजाफा करके इन तीनों लोगों को भी सहआरोपी बनाया गया है ।आरोपी रेहान के खिलाफ फर्जी पुलिस ऑफिसर बनने के कारण एक अन्य fir अलग से दर्ज की गई थी और कल दिनांक को राजपूर निवासी अमित कुशवाह ने भी थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि रेहान खान ने उसको कोटक महिंद्रा में नौकरी लगवाने के नाम से ₹50 हजार रुपये लिए थे ।रेहान खान ने अमित कुशवाह को गुमराह कर करीब 53 लोगों को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत लोन दिलाने के नाम से ₹6-6 हजार लेकर करीब ₹3 लाख रुपये लिए थे और उनको फर्जी चेक प्रदान किए थे ।आरोप रेहान के खिलाफ एक तीसरा प्रकरण धारा 420 467 468 471 ipc का पंजीबद्ध किया गया है ।फर्जीवाड़ा कर कमाए रुपयों से रेहान खान द्वारा खरीदी गई कार भी भी पुलिस के द्वारा जब तक कर ली गई है और अन्य आरोपी महावीर जैन से उसका कंप्यूटर एवं प्रिंटर मशीन ,अनिल गुप्ता से कंप्यूटर एवं सील बनाने की मशीन, फूल सिंह से कंप्यूटर प्रिंटर भी पुलिस ने जप्त किया है ।अभी इससे और पूछताछ जारी है आज इन सभी आरोपियों को न्यायालय पेश कर मुख्य आरोपी रेहान खान का और पुलिस रिमांड लिया जाएगा। एसपी निमिष अग्रवाल ने आम जनता को सचेत किया है कि वह इस प्रकार से फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों की बातों में ना आए और तत्काल पुलिस को सूचना दें। और सभी आरोपियों को न्यायालय पेश किया गया जहां से मुख्य आरोपी रेहान खान का पुलिस रिमांड दिनांक 13 अप्रैल तक प्राप्त हुआ है और शेष आरोपियों को जेल भेज दिया गया है
