शहर में नवरात्रि के प्रथम दिन से ही सार्वजनिक पांडालों में गरबा रास के आयोजन शुरु हुए। इस दौरान दूधिया रोशनी के बीच बालक-बालिकाओं द्वारा रंग-बिरंगी पोशाखों में विभिन्न गरबा नृत्यों की प्रस्तुतियां दी। प्रारंभ में गणेश वंदना की गई। इसके बाद निमाड़ी, राजस्थानी, महाराष्ट्रीयन नृत्यों ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध किया।
शहर के मिडिल स्कूल मैदान में मां गरबा रास में प्रारंभ में गणेश वंदना हुई। इसके बाद बालक-बालिकाओं द्वारा शिव तांडव, बंगाल की काली माता, महाराष्ट्रीयन लवाणी नृत्य, आई माता संबंधित गीतों पर गरबा प्रस्तुतियां दी। रात्रि 9.30 से 12.30 बजे तक 60 बालक-बालिकाओं द्वारा प्रस्तुतियां दी। इसी तरह रणजीत चैक में स्वर संगम गरबा मंडल 36 वें वर्ष प्रस्तुति दे रहा है। यहां बालक-बालिकाओं द्वारा विभिन्न गरबा गीतों पर प्रसंगों पर प्रस्तुतियां दी। इसी तरह शहर के झंडा चैक में न्यू श्रीराम गरबा मंडल, अस्पताल चैक पर रासरंग गरबा मंडल, धोबडिय़ा हिल्स स्थित मां वैष्णोदेवी मंदिर सहित कॉलोनी-मोहल्लों में गरबा गीत व डांडिया की खनक गूंजी। गरबा स्थलों पर मनमोहक रांगोली, आकर्षक झिलमिलाती विद्युत सज्जा व माता के कर्णप्रिय भजन आकर्षण का केंद्र रहे। उधर मंदिरों व आयोजन स्थलों पर महिला-पुरुष पुलिस बल तैनात रहा।
