भोपाल । प्रदेश में पिछले तीन दिन से कोरोना मरीजों की बढ़ती हुई संख्या चिंता बढ़ाने वाली है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार मंगलवार को 19, बुधवार को 30 और गुरुवार को कोरोना के 32 मरीज मिले हैं। प्रदेश भर में गुरुवार को 62,065 सैंपल की जांच में इतने मरीज मिले हैं। वहीं 14 मरीज कोरोना संक्रमण से उबरने में कामयाब रहे। इंदौर में गुरुवार को एक मरीज की मौत भी हुई है। अब तो आलम यह है कि हर दिन जितने मरीज मिल रहे हैं, लगभग उससे आधे ही स्वस्थ हो रहे हैं। इस वजह से सक्रिय मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। गुरुवार की स्थिति में यह आंकड़ा 209 पर पहुंच गया है। बुधवार को 192 सक्रिय मरीज थे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार गुरुवार को मिले 32 मरीजों में से 13 इंदौर, सात भोपाल, पांच जबलपुर, दो झाबुआ, दो उज्जैन और रतलाम, खरगोन व धार का एक-एक मरीज शामिल है।
तीन मरीज गंभीर
प्रदेश में 209 सक्रिय मरीजों में 62 अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें तीन मरीज आईसीयू या हाई डिपेंडेंसी यूनिट में है। इंदौर में 35 और भोपाल में 15 मरीज निजी या सरकारी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। बाकी होम आइसोलेशन में हैं। यह राहत की बात है की गंभीर मरीजों की संख्या कम है। इसकी बड़ी वजह टीकाकरण भी है। प्रदेश में लक्षित आबादी में से 88 फीसद लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं, जबकि पहली डोज 95 फीसद की पूरी हो गई है।
सरकार अलर्ट, लेकिन कई मामलों में सुस्ती भी
कोरोना की दूसरी लहर के पहले भी मरीजों की संख्या कम हुई तो सरकार ने बंदिशे से हटा ली थी। हर दिन 10 से 15 मरीज बढ़ने शुरू हुए थे और यह स्थिति बनी थी कि एक दिन में 13 हजार से ज्यादा मरीज प्रदेश में मिले थे। ओमिक्रोन के खतरे के बीच इस बार भी सब कुछ खोल दिया गया है। गुरुवार से रात में 11 से 5 के बीच कर्फ्यू पुन: शुरू किया गया है, लेकिन दिन में लापरवाही का हाल चिंता बढ़ाने वाला है।
