बड़वानी / मां नर्मदा के विशाल आंचल को अपनी पद परिक्रमा से निहारते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे हमें मां अपनी छत्रछाया में साक्षात आशीष प्रदान कर रही है।

उक्त बातें श्री श्री 1008 श्री उत्तम स्वामी ने रेवा तट राजघाट पर आयोजित कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने कहा इसी भाव को सहेजने व सभी जनमानस को मां के आंचल का स्वरूप दृश्य मान बनाने हेतु 11सौ मीटर की चुनरी मां रेवा को समर्पित की है। इस जनकल्याण के निमित्त की गई श्रद्धा भाव के साक्षी बने जिले के प्रभारी मंत्री हरदीपसिंह डंग, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रेमसिंह पटेल, राज्यसभा सांसद डॉ सुमेरसिंह सोलंकी, 108 रामदास त्यागी (श्री राम) बाबा, भाजपा जिलाध्यक्ष ओम सोनी, कलेक्टर शिवराजसिंह वर्मा, पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला, ने भी मां की पूजा आरती कर चुनरी चढ़ाई। संत प्रवर श्री उत्तम स्वामी जी के 188 दिवसीय नर्मदा पद परिक्रमा के 100 वे दिन यात्रा रोहिणी तीर्थ राजघाट पहुंची। जहां संतश्री के प्रवचन के साथ सत्संग का लाभ भी धर्मालुओ को प्राप्त हुआ। इस दौरान बड़ी संख्या में धर्म प्रेमी जनता मां नर्मदा तट राजघाट पर उपस्थित थी।
श्रीमद् भागवत गीता को शिरोधार्य कर व्यासपीठ तक लेकर आए मंत्री द्वय

धर्म की जय हो अधर्म का नाश हो प्राणियों में सद्भावना हो और विश्व का कल्याण हो। इसी जनकल्याणकारी भावनाओं को श्रीमद् भागवत गीता में आत्मसात करने का संदेश निहित है। ऐसे जन प्रेरक कर्म प्रधान हमारे धर्म ग्रंथ जिनमें मुख्य श्रीमद् भागवत गीता का मालवा माटी के प्रसिद्ध संत पंडितश्री कमल किशोर जी नागर के मुखारविंद से दिनांक 21 फरवरी से 27 फरवरी तक भक्ति गंगा की बयार बड़वानी बाईपास रोड शिव कुंज आशा ग्राम के पीछे प्रतिदिन 12 बजे से आयोजित की जा रही है।

सोमवार को श्रीमद् भागवत गीता को जिले के प्रभारी मंत्री हरदीप सिंह डंग एवं कैबिनेट मंत्री प्रेम सिंह पटेल के द्वारा शिरोधार्य कर गाजे बाजे के साथ कथा स्थल व्यासपीठ लाया गया। जहां विधि विधान से पूजा अर्चना के साथ गुरु वंदना कर पंडित कमल किशोर जी नागर के द्वारा भागवत कथा की शुरुआत की गई।
इस दौरान कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा, पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला, ने भी श्रीमद् भागवत गीता के व्यासपीठ तक यात्रा में आदर पूर्वक सहभागी बने विशाल पंडाल के व्यास पीठ पर पहुंचकर श्रद्धा सुमन वासुदेव श्री कृष्ण के श्री चरणों में अर्पित कर गुरुवर श्री नागर जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान बड़ी संख्या में कथा श्रवण के लिए पधारे श्रद्धालु उपस्थित थे।
