जिले में किसी मासूम के साथ पहली बार हुए दर्दनाक व सनसनीखेज मामले ने कई सवालों की ओर ध्यान आकर्षित कि या है। घटना में जिले के ग्राम मालवन में एक नाबालिग आरोपित द्वारा महज लगभग पांच वर्षीय मासूम बालिका का बड़ी ही निर्दयता से हत्या करना सामने आया है। घटना हृदय विदारक और झकझोर देने वाली थी और मासूम की हत्या का कारण महज स्मार्ट फोन का दुरुपयोग करना सामने आया है। विशेषज्ञों का कहना है कि स्मार्ट फोन व इंटरनेट की उपलब्धता अब क्या शहर और क्या गांव सभी जगह आसान हो गई है। इससे अब बच्चों को अधिक समय देने की आवश्यकता है, ताकि उनकी जिज्ञासाओं को सही तरीके से शांत कि या जा सके ।
एक अक्टूबर की दोपहर जिले के ग्राम मालवन के गोठान फलिया निवासी पांच वर्षीय बालिका लापता हो गई थी। दो अक्टूबर को सुबह उसका शव उसके घर से करीब आधा कि मी दूर ज्वार के खेत में मिला। उसके मुंह में मिट्टी व लकड़ी ठूंसी हुई थी। आंख-नाक में भी मिट्टी पाई गई। जांच में सामने आया कि मासूम के प्रायवेट पार्ट में आगे व पीछे कपास के फल भरे गए हैं। सूचना पर एसपी डीआर तेनीवार सहित पुलिस व एफएसएल टीम मौके पर पहुंची थी। पुलिस ने सूक्ष्म निरीक्षण कि या और कई ग्रामीणों से जानकारी ली। गुरुवार को निमाड़ रेंज के डीआईजी एमएस वर्मा भी घटनास्थल पहुंचे। उन्होंने निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
शुक्रवार को प्रेसवार्ता में एसपी डीआर तेनीवार ने बताया कि छानबीन में सामने आया कि अंतिम बार मासूम बालिका गांव के ही एक 14 वर्षीय बालक साथ देखी गई थी। वहीं एक अक्टूबर की रात व दो अक्टूबर की सुबह आरोपित बालिका को खोज रहे लोगों को खेत की ओर खोजने का कह रहा था। इस पर पुलिस ने बालक से पूछताछ की तो सारा मामला सामने आया। पूछताछ में पता चला कि कु छ दिनों पूर्व ही आरोपित ने बड़े भाई से स्मार्ट फोन चलाना सीखा। साथ ही उसके द्वारा अश्लील वीडियो देखने की जानकारी भी मिली।
नाबालिग निकला हत्या का आरोपित
शुक्रवार को प्रेसवार्ता में एसपी डीआर तेनीवार ने बताया कि छानबीन में सामने आया कि अंतिम बार मासूम बालिका गांव के ही एक 14 वर्षीय बालक साथ देखी गई थी। वहीं एक अक्टूबर की रात व दो अक्टूबर की सुबह आरोपित बालिका को खोज रहे लोगों को खेत की ओर खोजने का कह रहा था। इस पर पुलिस ने बालक से पूछताछ की तो सारा मामला सामने आया। पूछताछ में पता चला कि कु छ दिनों पूर्व ही आरोपित ने बड़े भाई से स्मार्ट फोन चलाना सीखा। साथ ही उसके द्वारा अश्लील वीडियो देखने की जानकारी भी मिली।
तात्कालिक उत्तेजना का दुष्परिणाम
एसपी तेनीवार ने बताया कि जांच के दौरान देखा गया कि कोई साजिश, रंजिश या कोई पारिवारिक विवाद तो नहीं था, लेकि न जब पूरा मामला सामने आया तो स्मार्ट फोन के दुरुपयोग के चलते तात्कालिक उत्तेजना के परिणाम स्वरूप वीभत्स घटना होना पाया गया। इस घटना से ग्रामीणों के साथ मृतका व अपचारी बालक के परिजन भी अंचभित हैं। अंधे कत्ल का 48 घंटे में खुलासा करने में सेंधवा एसडीओपी टीएस बघेल, एफएसएल अधिकारी बीएस बघेल, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट विरेंद्र बर्डे, एसआई दिनेश कु शवाह, रंजना गोखले, विमल तिवारी व वरला थाना स्टाफ को डीआईजी खरगोन रेंज एमएस वर्मा ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
