बड़वानी/ शुक्रवार को नई सरकार के लिए प्रदेश भर में मतदान हुआ। बड़वानी जिले की चारो विधान सभा में भी पिछले चुनाव की तुलना में कही अधिक तो कही कम मतदान हुआ। हालांकि चारो विधान सभाओं में वर्ष 2018 में हुए मतदान से इस बार 0.08 प्रतिशत अधिक मतदान हुआ। वर्ष 2018 में 77.24 प्रतिशत वोट डाले गये थे, इस बार 77.32 प्रतिशत वोट पड़े। जिले की सेंधवा विधान सभा का मतदान प्रतिशत 76.86, राजपुर का सर्वाधिक 82.36 प्रतिशत, पानसेमल का 77.82प्रतिशत तथा बड़वानी विधान सभा का सबसे कम 72.68 प्रतिशत रहा जो कि 2018 के चुनाव से भी 3.96 प्रतिशत कम रहा। इस विधान सभा सीट पर 2013 में 74.71 प्रतिशत तथा 2018 के चुनाव में 76.64 प्रतिशत मतदान हुआ था। वर्ष 2013 में 166826 वोट डाले गये थे जिसमें से भाजपा के श्री प्रेमसिंह पटेल का 67234(40.30 प्रतिशत) और कांग्रेस के श्री रमेश पटेल को 77761(46.61 प्रतिशत) मत प्राप्त हुऐ थे, इस चुनाव में कांग्रेस के श्री रमेश पटेल 10527 मतो से चुनाव जीते थे। 2018 के चुनाव में बड़वानी विधान सभा में 183340 वोट डाले गये थे जिसमें भाजपा के श्री प्रेमसिंह पटेल को 88151 वोट(48.08 प्रतिशत) कांग्रेस के श्री रमेश पटेल को 34084(18.59प्रतिशत) तथा निर्दलीय श्री राजन मंडलोई को 49364(26.92 प्रतिशत)वोट मिले थे, इस चुनाव में भाजपा के श्री प्रेमसिंह पटेल 38787 मतो से चुनाव जीते थे।
वर्ष 2023 के इस चुनाव में बड़वानी विधान सभा सीट के लिए पिछले चुनाव से 3.96 प्रतिशत मतदान कम 72.68 प्रतिशत हुआ है। जनचर्चा है कि इस बार बड़वानी का भावी विधायक कौन होगा ? कहा जा रहा है कि इस बार कांग्रेस और भाजपा में जोरदार टक्कर थी… विश्लेषकों की माने तो इस चुनाव में जो भी उम्मीदवार 93 हजार(लगभग 46 प्रतिशत) से अधिक वोट लायेगा वही होगा भावी विधायक ? खैर जो भी हो 3 तारीख को दोपहर तक स्थिति साफ हो जायेगी कि इस बार बड़वानी सीअ पर किसका कब्जा होगा।
