बड़वानी /शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़वानी के स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्षन प्रकोष्ठ द्वारा आज प्राचार्य डाॅ. आर. एन. शुक्ल के मार्गदर्शन में सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ की 58 वीं पूण्यतिथि और डाॅ.एपीजे अब्दुल कलाम की 88 वीं जयंती के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। सर्वप्रथम दोनों विभूतियों के चित्रों का लाली वर्मा और ग्यानारायण शर्मा ने पूजन किया। ग्यानारायण शर्मा ने कहा कि दोनों व्यक्तित्वों के जीवन में अनेक प्रतिकूलताएं आईं, लेकिन वे उनसे हारे नहीं। उन्होंने टूटने की अपेक्षा जूझना पसंद किया और महान बने। इनके जीवन हमारे लिये प्रेरणा के स्रोत हैं।
छायावाद के आधार स्तम्भ थे निराला जी
पुस्तकालय विशेषज्ञ प्रीति गुलवानिया और डाॅ.मधुसूदन चैबे (एम.ए. हिन्दी साहित्य) ने निराला जी के जन्म, परिवार, प्रारंभिक जीवन, षिक्षा, विवाह, सार्वजनिक जीवन, साहित्य सृजन, प्रियजनों से विछोह, वित्तीय संघर्ष, स्वभाव के मनमौजीपन और दानषीलता के बारे में अत्यंत विस्तार से बताया। वे जयषंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंथ और महादेवी वर्मा के साथ मिलकर छायावाद के आधार स्तम्भ थे। उनका लेखन बहुआयामी थी। उन्होंने काव्य, उपन्यास, कहानी, नाटक, आलोचना आदि लिखे तथा अनुवाद कार्य भी किया। वे समकालीन पत्रिकाओं के यषस्वी संपादक भी रहे। उनकी अनेक रचनाओं में अनामिका, गीतिका, परिमल, कुकुरमुत्ता, तुलसीदास, चतुरी चमार, सखी, अल्का, कुल्ली भाट, शकुन्तला, राणाप्रताप, अपरा, राम की शक्ति पूजा’, ‘सरोज स्मृति’ जूही की कली, तोड़ती पत्थर आदि उनकी प्रमुख रचनाएं हैं। 1896 में उनका जन्म और 1961 में उनका देहावसान हुआ था।
हाॅकर से राष्ट्रपति तक की यात्रा है प्रेरक
किरण वर्मा ने 15 अक्टूबर, 1931 से 27 जुलाई, 2015 तक के डाॅ. कलाम के लगभग चैरासी वर्ष के जीवनवृत्त की जानकारी देते हुए उनके संघर्ष, अध्ययनप्रियता, विज्ञान और रक्षा प्रणाली के क्षेत्र में योगदान, साहित्य लेखन, अध्यापन और राष्ट्रपति के रूप में उनके कार्यकाल का उल्लेख करते हुए बताया कि हाॅकर के रूप में अपनी जिंदगी शुरु करने वाले कलाम साहब अपनी प्रतिभा तथा परिश्रम के बल पर देश के सर्वोच्च राष्ट्रपति के पद पर पहुंचे।
इस अवसर पर संदीप चैहान, जितेंद्र चैहान, भूमिका शर्मा, दीपिका धनगर, राहुल मालवीया, मगाराम जाट, कोमल सोनगड़े, रवीना मालवीया सहित विद्यार्थी उपस्थित थे। दोनों महापुरुषों के संबंध में कॅरियर सेल तथा न्यू ब्लाॅक में आयोजन किया गया।
