भोपाल उमस और गर्मी से परेशान हो रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। दक्षिण-पश्चिम मानसून तय तारीख 16 जून से छह दिन पहले गुरुवार को मध्यप्र देश में प्रवेश कर गया है। मौसम विज्ञानियों ने गुरूवार शाम से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश का सिलसिला शुरू होने की संभावना जताई है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी बरसात भी हो सकती है। मानसून के दो दिन में राजधानी में भी दस्तक देने के आसार हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र की वरिष्ठ मौसम विज्ञानी ममता यादव ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून प्रदेश के बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट एवं मंडला जिले में प्रवेश कर चुका है। जिसकी उत्तरी सीमा सूरत, नादूरबार, बैतूल, मंडला, बिलासपुर, बलांगिर, पुरी से होकर गुजर रही है। इधर मानसून अपनी आमद दर्ज करा चुका है, उधर बंगाल की खाड़ी में ऊपरी हवा का चक्रवात और शक्तिशाली हो गया है। इस सिस्टम के शुक्रवार को कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है। इसके प्रभाव से पूर्वी मध्यप्रदेश के कई जिलों में झमाझम बरसात होने के आसार हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि जबलपुर, शहडोल, रीवा, सागर, भोपाल, होशंगाबाद, उज्जैन संभाग के जिलों में तथा बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, आलीराजपुर, सतना, बैतूल, हरदा, इंदौर, धार, सीधी, सिंगरौली, झाबुआ जिले में तेज बौछारें पड़ने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी बरसात भी हो सकती है।

गौरतलब है कि पूर्व में मप्र में मानसून के आने की तारीख 10 जून निर्धारित थी। वर्ष 2020 में पृथ्वी मंत्रालय ने पूरे देश के विभिन्न राज्‍यों और उनके जिलों में मानसून के आगमन की तारीख नए सिरे से तय की। इसके तहत मप्र में मानसून के आगमन की संभावित तारीख 16 जून तय की गई थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *