बड़वानी (निप्र) दिगम्बर जैन सिद्ध क्षेत्र चूलगिरी बावनगजा पर इस वर्ष आचार्य श्री विमल सागर जी के शिष्य आचार्य श्री चिदानंद सागर जी और आचार्य विराग सागर जी की शिष्या विदुषी आर्यिका विदक्षा श्री माताजी के मंगल चातुर्मास वर्षायोग कलश की स्थापना रविवार दोपहर 2 बजे सिद्ध क्षेत्र पर होगी, इस अवसर पर पूरे निमाड़ , मालवा ,महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान से यात्रियों के आने की संभावना है।
ट्रस्ट कमेटी के महामन्त्रि राजप्रकाश पहाड़िया ने बताया कि वर्षायोग चातुर्मास में साधु संत कही भी विचरण नही करते है और अपनी सीमा को बांध लेते है उसी सीमा में विहार करते है। वर्षा काल मे बहोत ही सूक्ष्म जीव जंतु हो जाते है उनका घात न हो उस उद्देश्य से वर्षाकाल में 1 जगह ही रुक जाते है और अपनी तपस्या, जप, तप और साधना करते है। ये वर्षाकाल में सन्त लोग साधना में रत रहते है, क्षेत्र पर चातुर्मास में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम और आध्यात्मिक कार्यक्रम होंगे जो कि कोरोना और शासन की गाइड लाइन का पालन करते हुए सम्पन्न किये जायेंगे।
उपरोक्त जानकारी मीडिया प्रभारी मनीष जैन ने प्रदान की ।
