बड़वानी / दिगम्बर जैन समाज के पर्वराज पर्युषण बड़ी धूम , धार्मिक कार्यक्रमो के बीच आयोजित हो रहे है , आज उत्तम सत्य धर्म के दिन विद्वान कहते है कि सत्य अपने आप मे एक धर्म है, झुठ बोलना महा पाप है , तथा झूठे व्यक्ति का कोई विश्वास नही करता है । दूसरी तरफ सत्यवादी हमेशा सुख की नींद सोता है और जन-जन का विश्वास भी प्राप्त करता है । सदियों से मानव झूठ बोलता आया है पर सत्य मेव जयते का सिद्धांत कभी भी नही बदला सकता, सत्य को धर्म और असत्य को अधर्म कहा गया है। हम कितने ही धर्म और मजहब बना ले पर वास्तविक धर्म तो सत्य और अहिंसा ही है मानव को आत्म शांति मिलेगी तो सत्य और अहिंसा से ही मिलेगी अतः सभी को सत्य धर्म का पालन करना चाहिए। दिगम्बर जैन समाज के मनीष जैन बताया कि आज प्रातः दिगम्बर जैन मंदिर में संजय भैया”संयम” के निर्देशन में भगवान के अभिषेक, शांतिधारा, आरती व पूजन सम्पन्न हुई वही आज जैन धर्म के 9 वे तीर्थंकर भगवान पुष्पदंत का मोक्षकल्याणक भी मना कर निर्वाणकांड का वाचन कर निर्वाण लाडू चढ़ाया गया । भगवान पुष्पदंत सम्मेद शिखर जी के सुप्रभ कूट से कई मुनियों के साथ मोक्ष सिधारे।

आज भगवान को पांडुकशीला पर विराजमान करने का सौभाग्य सिद्धार्थ कुमार सुधीर कुमार पहाड़िया परिवार को प्राप्त हुआ तो प्रथमभिषेक जिनेन्द्र कुमार जी दोशी, शांतिधारा सुरेश चंद जी काला, निर्वाण लाड़ू नवीन कुमार रूपेश कुमार जैन परिवार और प्रातः और सांयकालीन आरती का सौभाग्य लतादेवी ओमप्रकाश जैन परिवार को प्राप्त हुआ । दोपहर को धर्म की क्लास हुई तो शाम को भक्तों द्वारा भक्ति नृत्य करके आरती हुई और संजय भैया द्वारा शास्त्र प्रवचन हुए ,रात्रि में सांस्कृतिक गतिविधियां रोचक तरीके से प्रस्तुत की गई जिसमें समाज के पुरुष, महिला ,युवा बच्चों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया जिससे धर्म के बारे में भी जानकारी प्राप्त हुई ।वही बावनगजा सिद्ध क्षेत्र पर आर्यिका विदक्षा श्री माताजी के सानिध्य ने 16 मन्दिर में मानस्तम्भ में विराजमान भगवान पुष्पदंत को निर्वाण लाड़ू चढ़ाया गया।
वही पार्षवगिरी अतिशय क्षेत्र पर भी समाज जन रोज जाकर पूजा ,अर्चना, अभिषेक कर रहे है ।
