बड़वानी / शहर में राजघाट(कुकरा) में नर्मदा जी के लगातार घटते जलस्तर को लेकर जनचर्चाऐं है कि अभी तो दिसम्बर भी नहीं आया है और अभी से नर्मदाजी का जलस्तर तीव्र गति से घट रहा है। चर्चा है कि अगर इसी तरह से जलस्तर गिरता रहा तो निश्चित गर्मियों के दिनों में बड़वानी शहरवासियों को जलसंकट का सामना करना पड़ सकता है ? चर्चा तो यह भी है कि सरदार सरोवर में कुछ तकनिकी कारणों से कुछ कार्य करवाया जाना है जिसके चलते बिजली उत्पादन कर डेम का जलस्तर कम किया जा रहा है ? यह चर्चा कितनी सही है इसमें लोकप्रिय अखबार‘ रेवा की पुकार’ की बिल्कुल सहमति नही है। लेकिन यह आवश्यक हे कि अगर इसी तरह से जलस्तर में गिरावट होती रही तो स्थानीय प्रशासन को अभी से वैकल्पिक जल प्रदाय के संसाधनो की और घ्यान देना होगा, ताकि गर्मियों में जलसंकट यदि थोड़ा-बहुत सामने आता भी है तो कुऐं, बावडी व टयूबबैल आदि अन्य संसाधनों से पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित हो सके । इसके लिए जरुरी है कि शहर की कालोनियों में कालोजनाईजर व्दारा करवाऐं गये टुयूबबैलों का व्यवस्थित रख-रखव करवाया जाये। खैर यह तो आने वाला समय ही बताऐगा कि गर्मियों में शहरवासियों को पर्याप्त जल प्रदाय उपलब्ध होगा अथवा अपरिहार्य कारणों से किसी भी प्रकार के संकट का सामना करना पड़ेगा?
