देश में ओमिक्रोन के केस बढ़ने के बाद अब केंद्र सरकार हरकत में आ गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से राज्यों के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। राज्यों से कहा गया है कि जहां जरूरी हो, वहां नाइट कर्फ्यू (Omicron Night Curfew) लगाया जाए। साथ ही कंटेनमेंट जोन बनाए जाने की बात भी कही गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर राज्यों को भेजी गई चिट्ठी में लिखा गया है कि संक्रमण को स्थानीय स्तर पर खत्म करने के उपाय किए जाएं। इमरजेंसी रूम और सेवाओं को पूरी तरह तैयार रखा जाए। जहां जरूरी हो वहां शादी, पार्टी और अंतिम संस्कार में संख्या सीमित की जाए। टेस्टिंग बढ़ाई जाएं।

भारत में ओमिक्रोन की ताजा स्थिति

भारत में ओमिक्रोन की ताजा स्थिति यह है कि यह वैरिएंट 14 राज्यों में फैल गया है जहां 220 मरीज हैं। देश में ओमिक्रोन कितनी तेजी से बढ़ रहा है, इसका अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा रहा है कि 17 दिसंबर को 100 केस थे और 21 दिसंबर को यह आंकड़ा 200 पार हो गया। यानि महज चार दिन में केस दोगुना हो गए हैं। अमेरिका और ब्रिटेन में जिस तरह से हाहाकार मचा है, उसे देखते हुए लोगों को सबक सिखना चाहिए। देश में एक बड़ा वर्ग अभी भी मास्क लगाने और शारीरिक दूरी का पालन जैसे नियमों की अनदेखी कर रहा है। यह लापरवाही कभी भी घातक रूप से सकती है।

ओमिक्रोन अलर्ट: स्वास्थ्य मंत्रालय ने चेताया- अभी गया नहीं डेल्टा

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा है कि अभी देश से डेल्टा वैरिएंट पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में डेल्टा और ओमिक्रोन मिलकर घातक रूप धारण कर सकते हैं। ओमिक्रोन को लेकर कहा जा रहा है कि यह तेजी से फैलता जरूर है, लेकिन कोरोना के अन्य वैरिएंट की तरह घातक नहीं है।

कोरोना संक्रमण से इंदौर में दो लोगों की मौत, निजी अस्पतालों में चल रहा था इलाज

शहर में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की आमद के एक दिन बाद ही दो लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो गई। दोनों का इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा था। उनमें कोरोना की पुष्टि हो चुकी थी। फेंफडों में संक्रमण 80-90 प्रतिशत तक फैल चुका था। एक मरीज वेंटिलेटर पर था। पूरे एक महीने बाद शहर में कोरोना से हुई इन मौतों ने शासन-प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।

एक तरफ मरीजों में कोरोना के नए वैरिएंट की पुष्टि हो रही है दूसरी तरफ कोरोना के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती मरीज दम तोड़ रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक इस समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। जिन लोगों को मधुमेह, ब्लडप्रेशर, किडनी की बीमारी है उन्हें विशेष सावधानी रखना चाहिए। मंगलवार को जिन दो लोगों ने कोरोना की वजह से दम तोड़ा उनमें से एक मधुमेह के मरीज थे जबकि दूसरे का किडनी का इलाज चल रहा था। दोनों ही इंदौर निवासी हैं।

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