कोरोना महामारी के बीच देश में एक बार फिर विधानसभा चुनावों की बारी आ गई है। अगले कुछ महीनों में पांच राज्यों (यूपी, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर) में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव आयोग ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है और ताजा खबर यह है कि शनिवार को 3.30 बजे चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस है और इसमें तारीखों का ऐलान किया जाएगा। चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही आदर्श आचार संहिता लग जाएगी। साथ ही चुनाव आयोग विस्तृत गाइडलाइन जारी कर सकता है। संभव है कि रैलियों पर बैन लगा दिया जाएगा। वैसे ही उत्तराखंड सरकार ने कोरोना को देखते हुए रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
चुनाव आयोग ने अब तक हर राज्य में जाकर वहां के प्रमुख राजनीतिक दलों और अन्य पक्षों से रायशुमारी कर ली है। बीते दिनों मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने बताया था कि सभी राजनीतिक दल इस पक्ष में हैं कि चुनाव समय पर करवाए जाएं। चुनाव आयोग की सबसे बड़ी चिंता यही है कि कोरोना संक्रमण से बचाव करते हुए कैसे चुनाव करवाएं जाएं। लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुशील चंद्रा ने कहा था कि मतदान का समय बढ़ाया जाएगा, ताकि मतदाताओं की भीड़ से बचा जा सके। इस बार सुबह 8 बजे से 6 बजे तक मतदान होगा। इस बीच, चुनाव आयोग (ECI) उत्तराखंड उच्च न्यायालय (HC) के एक प्रश्न का उत्तर देने की तैयारी कर रहा है, जिसने पूछा है कि क्या राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों में वर्चुअल रैलियां और ऑनलाइन मतदान संभव है। चुनाव आयोग के पास मामले की अगली सुनवाई 12 जनवरी तक जवाब देने के लिए समय है।
