बड़वानी / पाटी  पुलिस ने अंधे कत्ल का पर्दाफाश महज 24 घंटे में ही कर दिया। साथ ही आरोपित देवर को लोहे के धारदार फालिये के साथ पकड़ा।एसपी दीपक कुमार शुक्ला ने प्रेसवार्ता में मामले का खुलासा किया। पुलिस के अनुसार थाना पाटी में फरियादी टीकाराम बारेला निवासी खाजपुर जमरा फालिया ने सूचना दी कि वह उसके घर के आंगन में बच्चों के साथ रात में सो रहा था। तभी रात करीबन 12.30 बजे उसकी पत्नी चिल्लाई।उसने देखा कोई अज्ञात व्यक्ति जो हाथ में धारदार लोहे का फालिया से उसकी पत्नी को गर्दन में पीछे से वारकर हत्या कर दी है। रिपोर्ट पर थाना पाटी में अज्ञात आरोपित के विरुद्ध धारा 302 भादवि 25 बी आर्म्स एक्ट का अपराध पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया। घटना स्थल पर धार जिले से पिंकी मेहरडे वैज्ञानिक अधिकारी, एसडीओपी रूपरेखा यादव द्वारा मौका मुआयना किया। विवेचना में यह बात सामने आई कि मृतका के देवर भूरला का मृतिका से पुराना विवाद है। भूरला ने दो शादियां की थीं। भूरला की शादी के बाद उसकी दोनों पत्नियां किन्हीं कारणों से उसको छोड़कर चली गई थी। जिसकी शंका भूरला उसकी भाभी जसमाबाई पर करता था। भूरला व उसकी भाभी जसमाबाई का छह साल पहले विवाद हुआ था और भूरला घर छोड़कर चला गया था। तब से भूरला घर नहीं आता है और वह लोगों को कहता था कि जब तक जसमाबाई को खत्म नही कर दूंगा तब तक घर नहीं आउंगा। भूरला वैसे तो गुजरात में रहता था लेकिन 4-5 दिन पहले उसको क्षेत्र में लोगों ने देखा था। भूरला की तलाश आसपास के क्षेत्र में की गई। मुखबिर की सूचना पर दबिश देकर संदेही भूरला को गोई नदी के पास से पकड़ा। पूछताछ की गई तो गुमराह करने लगा। मनोवैज्ञानिक रूप से पूछताछ की गई और भूरला से एक के बाद एक कई सवाल किए गए।आरोपी भूरला अपने ही सवालों के जवाब में उलझ गया और अपना जुर्म स्वीकार किया। अपनी भाभी से बदला ने गुजरात से आया आरोपित 15 दिन पहले भगोरिया त्योहार पर आरोपित भुरला गुजरात से क्षेत्र में आया था और वह उसकी भाभी से बदला लेने के लिए बड़वानी बाजार के दिन बाजार से एक लोहे का धारदार फालिया खरीदा था। पहचान छिपाने के लिये उसने बड़वानी से काले रंग के कपडे़ खरीदे थे और उन्हीं कपडों को रात में पहनकर भूरला ने घटना को अंजाम दिया था ताकि उसको कोई घटना के वक्त पहचान नहीं सके। घटना के पांच दिन पहले भी आरोपित भूरला उसकी भाभी की हत्या करने के लिए रात में उसके घर पर गया था, किंतु टीकाराम परिवार सहित घर के अंदर सोया था। जिसके कारण आरोपित घटना घटित नहीं कर पाया था। पुलिस ने 24 घंटे के अंदर घटना का पर्दाफाश कर घटना में प्रयुक्त अलाजरर फालिया व कपडे़, आरोपी की निशादेही पर जब्त किए व आरोपी भूरला को न्यायालय बड़वानी पेश किया गया। पूरी कार्रवाई में विशेष भूमिका उपनिरीक्षक आर के लौवंशी, प्रभारी सायबर सेल रितेश खत्री, प्रआर योगेश आरक्षक अरूण सायबर सेल, केशव यादव, अजीज शेख, बलवीरसिंह, सुरेन्द्रसिंह आदि का योगदान रहा।

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