महाराष्ट्र का सियासी संकट सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सोमवार को शिंदे गुट की याचिका पर सुनवाई होगी, जिसमें 16 बागी विधायकों को अयोग्य ढहराए जाने वाले नोटिस को चुनौती दी गई है। शिवसेना की ओर से कांग्रेस नेता अभिषेकमनु सिंघवी पेश होंगे। वहीं शिवसेना आज शक्ति प्रदर्शन करेगी। दूसरी ओर संजय राउत की धमकियों का सिलसिला जारी है। वे कई बार कह चुके हैं कि बागी विधायक मुंबई आएंगे तो उनके खिलाफ शिवसैनिक कार्रवाई करेंगे। इसके बाद एकनाथ शिंदे समेत तमाम बागी विधायकों की सुरक्षा का मुद्दा भी अहम हो गया है। यहां पढ़िए महाराष्ट्र संकट से जुड़ी 27 जून, सोमवार की हर अपडेट

एकनाथ शिंदे ने की राज ठाकरे से बात: 40 से अधिक विधायकों को लेकर गुवाहाटी की होटल में डटे एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे से फोन पर बात की। हालांकि इसे शिष्टाचार फोन कॉल बताया जा रहा है क्योंकि राज ठाकरे की एक सर्जरी हुई है और इसके बाद वे अस्पताल से घर लौटे हैं। वहीं महाराष्ट्र के सियासी संकट के बीच इस बातचीत के दूसरे मतलब भी निकाले जा रहे हैं।

दाऊद से संबंध रखने वालों को समर्थन के खिलाफ विद्रोह : शिंदे

शिवसेना के शीर्ष नेतृत्व पर हमला बोलते हुए एकनाथ शिंदे ने रविवार को हैरानी जताई कि बाल ठाकरे की पार्टी दाऊद इब्राहिम से सीधा संबंध रखने वालों का कैसे समर्थन कर सकती है, जो बम धमाकों में निर्दोष मुंबईवालों की जान लेने के लिए जिम्मेदार है। शिंदे ने ट्वीट कर कहा कि इस तरह के समर्थन के विरोध में उनके और अन्य विधायकों द्वारा विद्रोह का झंडा उठाया गया था। बाल ठाकरे की शिवसेना को बचाने के लिए उनकी जान भी चली जाए तो इसकी परवाह नहीं है।

शिंदे के इस ट्वीट का स्पष्ट संदर्भ राकांपा नेता और उद्धव सरकार में मंत्री नवाब मलिक को लेकर है जो दाऊद इब्राहिम के रिश्तेदारों से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में जेल में बंद हैं। उनके ट्वीट को शिवसेना नेता संजय राउत को जवाब के रूप में भी देखा जा रहा है। शिवसेना की रैली में राउत ने रविवार को ही कहा था कि शिंदे और अन्य विद्रोही विधायक जिंदा लाश हैं और असम से लौटने के बाद उन्हें मुर्दाघर भेजा जाएगा।

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