बड़वानी / भारत की सांस्कृतिक विरासत से युवाओं को परिचित कराने के उद्देश्य से एवम विभिन्न कलाओं से युवाओं को जोड़ने के लिए देश भर में स्पिक मैके द्वारा भारतीय शास्त्रीय संगीत,शास्त्रीय नृत्य,लोक संगीत, लोक गायन,लोक नृत्य,पेंटिग, हेरिटेज वाक, आध्यात्मिक संगीत, रंगमंच नाटक ,क्लासिक फ़िल्म,योग कार्यक्रम, प्रख्यात हस्तियों द्वारा वार्ताएं,निपुण शिल्पकारों द्वारा शिल्प के माध्यम से युवाओं को भारतीय संस्कृति से जोड़ा जा रहा है। देश और विदेश के विभिन्न कलाओं के प्रख्यात कलाकार स्पिक मैके से जुड़े हुए है। विभिन्न कलाओं से युवाओं को जोड़ने के लिए देश भर में पूरे वर्ष गतिविधियां संचालित होती है। इस वर्ष बड़वानी चेप्टर में 25 जुलाई से 29 जुलाई तक सयानी चक्रवर्ती की भारतनाट्यम की नृत्य कार्यशाला विभिन्न स्कूलों में चल रही है। आज उत्कृष्ट विद्यालय बड़वानी एवम कन्या हाई स्कूल बड़वानी में नृत्य प्रस्तुत करते हुवे सयानी चक्रवर्ती ने कहा कि स्पिक मैके के प्रमुख उद्देश्यो में सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य है हमारे देश की गौरवशाली सांस्कतिक विरासत से युवाओं को परिचित कराया जावे और ये युवा हमारी संस्कृति और विरासत को आत्मसात करे।

कार्यक्रम संयोजक अनिल जोशी ने बताया कि आज यह युवा आंदोलन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कर चुका है।इसके वार्षिक सम्मेलन देश के प्रसिद्ध शिक्षा संस्थानों में हो रहे है। आज स्पिक मैके देश के 500 शहरों में मौजूद है। 2000 से ज्यादा शेक्षणिक संस्थाएं इससे जुड़ी हुई हैं। इसके तत्वाधान में पूरे वर्ष भर में 5000 से अधिक कार्यक्रम आयोजित होते है। स्पिक मैके के फाउंडर चेयरमैन पद्मश्री डॉ किरण सेठ के प्रयासों से स्पिक मैके ने युवाओ को भारतीय संस्कृति से जोड़ने का अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य किया है।

अब वे पर्यावरण से अपने रिश्ते को और मजबूत करने के लिए सायकिल से कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत भ्रमण पर निकले है। स्पिक मैके की स्थापना से लेकर पिछले 45 वर्षों से डॉ किरण सेठ देश मे पर्यावरण व संस्कृति से जन जन को जोड़ने के लिए सतत प्रयास रत है।। आज के कार्यक्रम में सयानी चक्रवर्ती का स्वागत विद्यालय के प्राचार्य द्वय आर एस जाधव,एवम रचना पुरोहित ने किया। इस अवसर पर जगदीश गुजराती,अनिल मिश्रा, अजय यादव,प्रभाकर मानकर, डॉ रामसहाय यादव ,मोहिनी शुक्ला, गुरमीत सिंह गांधी, मीनाक्षी गुप्ता ,अंकिता राठौड़, सुरेश विश्वकर्मा एवम भगवान गोस्वामी का सराहनीय सहयोग रहा। आभार प्रदर्शन जगदीश गुजराती द्वारा किया गया।।
