बड़वानी/चाहे रविवार हो या शनिवार या कोई धार्मिक त्यौहार दिनदयाल रसौई केंद्र पर आने वाले जरूरतमंद भोजन के लिए उम्मीद लेकर आते है क्योकि जरूरतमंद का पेट अवकाश और त्यौहार नही देखता तो बड़वानी रोटी केंद्र में सेवादार भाई अजीत जैन और भोजन बनाने वाली रसोइयन भी अपनी जवाबदारी का निर्वाह कर त्यौहार हो या रविवार नही देखती अपना फर्ज अदा कर प्रतिदिन सुबह व शाम लगभग 200 से 250 लोगो के भोजन की बनाने की व्यवस्था व परोस दारी कर अपना निर्वाह कर जरूरतमंद की भूख मिटाकर पेट व आत्मा को तृप्त करती है ….. कल दीपावली पर्व पर भी रसोइयन ने पूड़ी सब्जी दाल चावल के साथ नमकीन बनाकर परोसे जिला अस्पताल में बाहर गांव से आए मरीज के परिजनों ने स्वादिष्ठ भोजन के साथ रसगुल्ले का भी आनंद लेकर अपनी भूख मिटाई । रसोई केंद्र की रसोइयन शोभना राठौर , तृप्ति मायरिया , अन्नपूर्णा केवट , जानकी शर्मा , सुनीता सोलंकी , शांतिबाई बड़के , सेवंती भालसे जरूरतमंदों को मात्र 5 ₹ भरपेट भोजन करवाते है ।*
तो शहर वासी भी अपनी जवाबदारी के निर्वाह पीछे नही कल के पकवान की व्यवस्था में मुख्य भूमिका नेत्र दानी स्व. श्री प्रेमचन्द जी राठौड़(पत्रकार) की स्मृति में राजेश राठौड़ व मेहुल राठौड़ ने की व दीपावली के पावन पर्व के अवसर पर 1100 ₹ की सहयोग राशी संजय शर्मा एडवोकेट ने प्रदान की ।
कल कीमती समय दान किया विपुल चतुर्वेदी ने!
