भाजपा कार्यसमिति की बैठक का प्रथम सत्र समाप्त हुआ। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने अब तक के हुए मंथन को लेकर मीडिया से चर्चा की। जिसमें उन्होंने कहा कि बैठक के प्रथम सत्र में विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर रणनीति पर चर्चा की गई है। जिसमें प्रमुख रुप से अगली बार 200 पार और गुजरात मॉडल के आधार पर प्रत्येक बूथ में 51 प्रतिशत वोट का लक्ष्य तय काम करने का लक्ष्य दिया गया है। इसके अलावा पेशा एक्ट लागू करने को लेकर चर्चा की गई है।

बरगवां में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के प्रथम सत्र की शुरुआत दीप प्रज्जवलन और वंदे मातरम गीत के साथ शुरू हुआ। बैठक से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारत जोड़ो यात्रा को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा पहले 1962 की जंग राहुल गांधी याद करें। राजीव गांधी के समय भारत को पिद्दी पिद्दी से देश डराते थे। लेकिन आज किसी की भी हिम्मत नहीं है।

बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश प्रभारी मुरली धर राव, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, हितानन्द शर्मा, कविता पाटीदार, ओमप्रकाश धुर्वे, जयभान सिंह पवैया, फग्गन सिंह कुलस्ते मौजूद रहे।

ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक कई नेताओं को हो सकती है दिक्कत

कमल नाथ सरकार गिराकर कांग्रेस के जो विधायक और मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल हुए थे, उन्हें वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में फिर से टिकट दिए जाने की पूरी गारंटी नहीं है। भाजपा इससे परहेज भी कर सकती है। पार्टी के बड़े नेताओं के अनुसार कांग्रेस से भाजपा में आने वाले इन नेताओं के साथ जो सहमति बनी थी, उसके तहत सिर्फ एक बार टिकट देने की शर्त थी। इन्हें उपचुनाव में टिकट देकर शर्त पूरी कर दी गई थी। आने वाले चुनाव में भी भाजपा उन्हीं नेताओं पर दांव लगाए, ऐसा कोई वादा नहीं हुआ था।

इन्हीं संकेतों की वजह से कांग्रेस से भाजपा में आए ऐसे बहुत सारे नेताओं को भविष्य की चिंता सताने लगी है। हालांकि भाजपा सूत्रों का कहना है कि जिन नेताओं की छवि और कामकाज बेहतर है व जिनकी जीत की संभावना है, पार्टी उन्हें अपना प्रत्याशी बनाएगी। जिन नेताओं के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं का सामंजस्य नहीं बैठ पा रहा है, ऐसे नेताओं से पार्टी किनारा करेगी।

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