भोपाल / मध्य प्रदेश स्टेट को-आपरेटिव डेयरी फेडरेशन (एमपीसीडीएफ) में हुई फर्जी नियुक्तियों के मामले में एमपी नगर थाना पुलिस ने प्रशासक समेत तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने अवैध तरीके से कर्मचारियों की नियुक्ति की है। इस पर मामले की जांच शुरू की गई है।
एमपीनगर थाने के एसआइ आरके मिश्रा ने बताया कि गोरखपुर, जबलपुर निवासी विजय कुमार (65) सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। उन्होंने एमपी नगर थाना में एक लिखित शिकायत की थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि एमपीसीडीएफ में कई पदों पर फर्जी तरीके से नियुक्ति की गई हैं। शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहकारी दुग्ध संघ आरपीएस तिवारी ने मैनेजर शाखा जौहरी और अन्य में जयश्री गणेशन की मदद से इस घटना को अंजाम दिया। आरोपितों ने मप्र कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित परीक्षा के घोषित परिणाम के बाद 18 माह की वैधता के छह माह बाद दिसंबर 2019 तक एमपीसीडीएफ के खाली पदों पर अपने परिचितों को गलत तरीके से नियुक्ति दी है।
पुलिस ने इस मामले की जांच के बाद प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहकारी दुग्ध संघ आरपीएस तिवारी, मैनेजर शारदा जौहरी और जयश्री गणेशन के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। विजय कुमार ने शिकायत में पुलिस को बताया है कि आरोपितों ने पंकज पांडे प्रबंधक (विपणन) इंदौर दुग्ध् संघ के अलावा करीब 23 और कर्मचारियों की नियुक्ति में इसी प्रकार की हेराफेरी की है। आगे इस मामले में और लोगों के नाम सामने आ सकते हैं। धोखाधड़ी के आरोपित बनाए गए इन अधिकारियों पर आरोप है कि ये मामले के सामने आने के बाद भी अपने पद पर बने हुए हैं और लगातार दस्तावेज में छेड़खानी कर उसका रिकार्ड गायब कर रहे हैं।
