बड़वानी / निमाड़ के जन जातीय बलिदानी योद्धा पुस्तक का विमोचन एक समारोह में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा बड़वानी में 16 जुलाई को करते हुए प्रसन्नता व्यक्त की। पुस्तक के लेखक सुप्रसिद्ध इतिहासकार व पूर्व कुलपति डा. शिवनारायण यादव ने बतलाया कि उक्त पुस्तक में, प्रथम स्वाधीनता संग्राम में अंग्रेजी सत्ता के विरूद्ध लगातार 10 वर्षों तक संघर्ष करने वाले जन-जातीय योद्धाओं भीमा नायक, खाज्या नायक, रघुनाथ मण्डलोई, सीताराम कंवर, टंटिया भील व अन्य साथियों के विषय में प्रामाणिक इतिहास लिखा गया है।

इस पुस्तक के माध्यम से यह तथ्य पहली बार उजागर किया गया है कि अंग्रेजों के साथ आमल्यापानी में लड़े गए युद्ध में जब अंग्रेज, क्रांतिकारियों को गिरफ्तार नहीं कर पाए तो युद्ध में सहायता सामग्री पहुंचाने वाली जन-जातीय महिलाओं व बच्चों को ही अंग्रेजों ने गिरफ्तार कर लिया। इन महिलाओं और बच्चों की संख्या 400 से भी अधिक थी। भयभीत अंग्रजों ने इन्हें निमाड़ की किसी भी जेल में न रखते हुए सभी को धूलिया जेल में ले जाकर बंद किया। क्रांतिकारियों की गतिविधियों की जानकारी पाने के लिये इन्हें तरह-तरह की यातनाऐं दी गई लेकिन इन वीर महिलाओं ने अंग्रेजों के जुल्म सहकर भी उन्हें कुछ नहीं बताया।

       पुस्तक में टंटिया मामा से संबंधित मूल पत्रों का भी पहली बार प्रकाशन किया गया है। पुस्तक प्रकाशन म.प्र. हिन्दी ग्रंथ अकादमी ने किया है।

       इस अवसर पर प्रदेश के केबिनेट मंत्री श्री प्रेमसिंहजी पटेल, म.प्र. युवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. निशांत खरे, राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेरसिंह सोलकी, लोकसभा सांसद श्री गजेन्द्रसिंह पटेल, कलेक्टर डॉ. राहुल हरिदास फटिंग, एसडीएम बड़वानी श्री घनश्याम धनगर आदि की गरिमामयी उपस्थिति इस कार्यक्रम में थी।

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