बड़वानी / दवाना निवासी 16 वर्षीय बालिका की हुई असामायिक मृत्यु परिजनों ने करवाया नेत्रदान । शिवकन्या की अचानक तबियत खराब होने पर परिजन उसे दवाना के सरकारी अस्पताल में लेकर गए वहां डॉक्टर द्वारा प्रयास करने के बाद भी शिवकन्या को नहीं बचाया जा सका । उसके पिता मूलचंद धनगर ने अपनी पुत्री के नेत्रदान की इच्छा दबाना अस्पताल के डॉ. अतुल राठौड़ से जताई इस पर डॉ. राठौड़ ने बड़वानी डॉ सुरेखा जमरे से संपर्क किया और उन्होंने इसकी सूचना लायंस क्लब बड़वानी सिटी के लायन राम जाट को दी । राम जाट द्वारा डॉ राठौड़ को नेत्रदान से पूर्व रखने वाली जरूरी सावधानी से अवगत करवाया एवं ब्लड सैंपल कलेक्ट करने को कहा । उसके बाद सरस्वती नेत्र चिकित्सालय के डॉ. ललित मालव एवं लायंस क्लब बड़वानी सिटी के लायन संतोष भावसार कीट लेकर दवाना पहुंचे जहां डॉ. मालव द्वारा परिजनों से सहमति पत्र भरवाकर एवं कार्निया निकालकर उसे सॉल्यूशन में सुरक्षित रखकर इंदौर आई बैंक भिजवाया । लायन राम जाट ने बताया कि ऐसी दुःख की घड़ी में परिजनों द्वारा द्वारा मानव कल्याण हेतु लिए गए इस साहसिक निर्णय से 4 अंधकारमय आंखों को रोशनी मिलेगी । इस सराहनीय सेवाकार्य में सहयोग के लिए लायंस क्लब बड़वानी सिटी द्वारा डॉ. ललित मालव, डॉ. सुरेखा जमरे एवं डॉ अतुल राठौड़ का आभार व्यक्त किया गया ।
