बड़वानी / अंजड निवासी ने आवेदन देकर पुलिस परिवार परामर्श केंद्र को बताया हमारी शादी 2022 में संयुक्त परिवार में हुई थी । सुनील व उसकी पत्नि रितु( काल्पनिक नाम) के बीच विवाह के कुछ समय बाद ही विवाद होने लगा। हमारा पुत्र 9 माह का बेटा है। हमारा झगड़ा छोटी- छोटी बातों से होने से वह बार-बार मायके चली जाती है। दोनो पक्षों की काउंसलिंग कर समझाईश दी गई कि पति और पत्नी- दोनों को एक दूसरे की बात माननी चाहिए, ना कि हमेशा अपनी बात पर अड़े रहना चाहिए । आप हम दोनों को बुलाकर समझाईश देकर मनमुटाव दुर कराना चाहते है। समझौता किसी भी बात का अंत करने के लिए होता है, लड़ाई-झगड़ा भूल कर शांतिपूर्वक रहे । पति ने बताया l शादी के कुछ दिन बाद ही पति -पत्नी में विवाद शुरू हुआ । हम संयुक्त परिवार में रहते है।काउंसलर चोयल ने बताया मामला घर की दहलीज के अंदर रहे लेकिन आप पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में आये यह भी पारिवारिक वातावरण मे हम बैठकर बात कर रहे । पति- पत्नि विवाद से रितु धीरे-धीरे अलग रहने की जीद पकड़ ली, घरेलू विवाद के मामले में जब ज्यादा तुल पकड़ा तब परामर्श केंद्र पहुंचे। दोनों पक्षों को समझाया की घरेलू विवाद की जड़ पति का शराब पीना, मारपीट करना ,नौकरी न करना ,सास बहू मे आपसी अनबन होता है ।
परिवार परामर्श केंद्र में ज्यादातर मामले संयुक्त परिवार से अलग होने के भी आते हैं लड़की संयुक्त परिवार की जगह एकल परिवार ज्यादा पसंद करती है। लड़के के मां-बाप के साथ रहना पत्नि को पसंद नहीं है और यह घरेलू विवाद का बड़ा कारण बनता जा रहा है। दोनों पक्षों को समझाया गया तब पत्नि ने स्वीकार किया कि वह पति के साथ जाएगी अच्छे से दोनों पति-पत्नी रहेंगे ।पति ने भी कहा की पत्नी की हर बात मानेगा । 9 माह के बच्चे का भी पूरा ध्यान रखेगा। दोनों पक्ष खुशी-खुशी साथ में गए ।इस अवसर पर कोतवाली थाना प्रभारी श्री दिनेश कुशवाह, काउंसलर श्रीमती अनीता चोयल, प्रधान आरक्षक आशा डुडवे,आरक्षक गीता कनेश उपस्थित थे
