बड़वानी / मानव जीवन 14 वर्ष की आयु से ही तनावपूर्ण हो जाता हैं जिस कारण मनुष्य की कार्यक्षमता पर विपरीत प्रभाव पड़ता हैं, विद्यार्थी किस प्रकार तनावमुक्त जीवन से मेमोरी को शार्प कर प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल कर सकते हैं, उक्त विषय पर गुजरात से आये प्रसिद्ध मोटिवेशनल ट्रेनर एवम ब्रेन थैरेपी एक्सपर्ट श्री बिन्देश कुमार चावड़ा जी ने अपने व्याख्यान में कहा ,
एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन बड़वानी के प्रधानमंत्री कालेज ऑफ एक्सीलेंस शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के समाज कार्य विभाग द्वारा प्रभारी प्राचार्य डॉ आशा साखी के नेतृत्व में की गई, कार्यशाला मुख्य रूप से समाज कार्य विषय के विद्यार्थियों के लिए आयोजित की गई थी जिसमे श्री चावड़ा ने विद्यार्थी को मानसिक एवं बौध्दिक विकास के सूत्र बताए जिससे मन की एकाग्रता को कैसे बढ़ाया जाय और कैसे अनेक विषयों को कम समय मे याद रखा जाय, अनेक ब्रेन थेरैपीयो के माध्यम से हम हमारी मेमोरी को फोटोजेनिक बना सकते हैं , डॉ साखी ने भी विद्यार्थियों को बताया कि किस प्रकार हम तनावमुक्त रह कर पढ़ाई के साथ साथ स्वरोजगार करते हुए आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ सकते है, कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय प्राचार्य, समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ अर्चना सिसोदिया, प्रो.अविनाश वनखेड़े, प्रो.राजकुमारी अहिरवार, प्रो.अर्चना पिपलाद,डॉ स्वीटी शर्मा,श्री विक्रम सिसोदिया, राहुल ठाकरे,तुषार बैरागी,रानू,रितिक,सरिता सहित बड़ी संख्या में समाजकार्य के विद्यार्थी मौजूद थे,कार्यक्रम का संचालन प्रो.अविनाश वनखेड़े द्वारा किआ गया एवम आभार प्रो.राजकुमारी अहिरवार द्वारा माना गया।
