बड़वानी/ इस समय शहरवासी लापरवाही पूर्ण डाली जा रही सिवरेज लाईन से त्रस्त हो रहा है। सबसे महत्वपूर्ण तथ्य तो यह है कि कोई भी सरकारी कार्य होता है तो कार्य शुरु होने के पूर्व ही एक सार्वजनिक सूचना बोर्ड लगाया जाता है। जिसमें कार्य की लागत, अवधि और ले-आउट प्लान का नक्शा आदि दर्शित होता है जिससे हर व्यक्ति को उस प्रोजेक्ट की जानकारी होती है। शहर में 105 करोड़ की लागत से डल रही सिवरेज लाईन का ऐसा कोई ले-आउट प्लान का शहर में कही भी कोई बोर्ड नही लगाया गया है और ना ही ट्रीटमेंट प्लांटों का बोर्ड लगाया गया। जबकि डीपीआर अनुसार शहर में सार्वजनिक बोर्ड लगाया जाना चाहिए था। ताकि आम जनता को उक्त प्रोजेक्ट आसानी से समझ में आ जाऐं वही शहर में डाली जा रही सिवरेज लाईन को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे है लोगो का कहना पड़ता है कि कही उॅचे तो कही नीचे चेंम्बर बनाये जा रहे है। शहर की सड़के एक समान समतल भी नहींे है तो आखिर व्यवसायिक और घरेलु भवनो से निकलने वाले अपशिष्ट का फ्लो केसे और किधर जाऐगा ? कार्य की गुणवत्ता और डाले जा रहे पाईपो को लेकर भी लोगो के मन में संशय बना हुआ है कि कही भविष्य में सिवरेज चोक जैसी समस्याओं का शहरवासियों को सामना ना करना पड़े ?
