बड़वानी / जिले का जुलवानिया कस्बा इन दिनों रौशन है… मौका है शहंशाह-ए-निमाड़ शाह अब्दुल करीम बाबा के 50वें उर्स का… जहां अकीदतमंदों की बड़ी तादाद पहुंच रही है। वहीं उर्स में पिछले पांच वर्षों से एक खास पहल भी की गई है… उर्स कमेटी की जानिब से पांच जोड़ो की इज्तेमाई शादी का आयोजन कराया जा रहा है… जिनमें नवदम्पत्तियों को घर-गृहस्थी का सामान और गिफ्ट भी दिए जा रहे हैं। वहीं उर्स में धार्मिक कव्वालियों और चादरपोशी के साथ यह उर्स इलाक़े में गंगा-जमुनी तहज़ीब और भाईचारे का पैग़ाम भी दे रहा है।
“जुलवानिया का यह ऐतिहासिक उर्स… सिर्फ अकीदत ही नहीं बल्कि समाज में मोहब्बत और इंसानियत का पैग़ाम भी फैला रहा है।”
