बड़वानी / बड़वानी मध्य प्रदेश का एक छोटा सा शहर है लेकिन यहां के एक स्कूल ने बड़ा सपना देखा है वह सपना जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है आत्मनिर्भर भारत का सपना यह कोई आम स्कूल नहीं यहां शिक्षा सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं बल्कि जिंदगी जीने का हुनर सिखाया जाता है यहां बच्चे केवल नंबर नहीं ला रहे बल्कि स्वाभिमान संस्कार स्वालंबन भी कमाते हैं। बड़वानी शहर में मौजूद वैष्णवी एमिनेंट स्कूल जहां पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने की राह दिखाई जा रही यहां दीपावली का त्योहार पर बच्चों ने लगाई चाय रंगोली और देव के स्टॉल यहां रंगोली बनाए जाने की समान और एक छोटी सी चाय दुकान और घरों में लगाने वाले समान की दुकान भी सजाई है यहां ना कोई दिखावा न कोई जबरदस्ती बस सीखने और करने का जज्बा बच्चों में देखने को मिला इस पहल के पीछे स्कूल संस्थापक दिनेश शर्मा जिन्होंने यह ठाना कि उनके स्कूल से निकला हुआ हर छात्र न सिर्फ पढ़ा लिखा हो बल्कि खुद का रोजगार शुरू करने के काबिल भी हो स्कूल के संस्थापक दिनेश शर्मा जी ने बताया कि हमारा लक्ष्य शिक्षा संस्कार और आत्मनिर्भरता है हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे ऐसे बने कि उन्हें नौकरी ढूंढनी ना पड़े बल्की दूसरों को नौकरी देने लायक बने यह सिर्फ स्कूल नहीं बल्कि नई पीढ़ी के लिए एक प्रयोगशाला भी कहा जा सकता है जहां आत्मनिर्भर भारत की नींव रखी जा रही है यहां छोटे-छोटे व्यवसाय सादगी भरे स्टार और उनमें छुपा हुआ एक बड़ा सपना एक ऐसा सपना जो देश को सिर्फ शिक्षित नहीं बल्कि स्वालंबी और सशक्त बना सकता है।
बड़वानी का यह स्कूल देश के बाकी स्कूलों के लिए एक मिसाल बना है क्योंकि यहां हर बच्चा सीख रहा है लोकल का स्वर स्वदेशी को अपनाना और सबसे हम खुद पर विश्वास करना यही है सच्चा आत्मनिर्भर भारत यही है भविष्य का भारत इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों में भी खासा उत्साह देखने को मिला है जहां बच्चे अपने-अपने इंस्टॉल पर समान भेजते हुए नजर आ रहे स्कूल के संस्थापक दिनेश शर्मा जी का भी यही सपना है कि मेरी स्कूल से पढ़कर निकला हुआ बच्चा एक सशक्त और मजबूत भारत की पहचान बने यहां सभी धर्म के बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर रहे।
