बडवानी / राज्य आनंद संस्थान आंनद विभाग एवं मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के संयुक्त तत्वाधान में कलेक्टर श्रीमती जयति सिंह जी के निर्देशन एवं जिला पंचायत मुख्यकार्यपालन अधिकारी सु श्री काजल जावला,एवं जिला नोडल अधिकारी आनंद विभाग जे एस डामोर के मार्गदर्शन में एक दिवसीय अल्पविराम परिचय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन बड़वानी जिले के सहायक आयुक्त कार्यालय सभागार में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की मूर्ति पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रवज्जल करके की गई कार्यक्रम जन अभियान परिषद की जिला समन्वयक ज्योति वर्मा ने उपस्थित मास्टर ट्रेनरों का स्वागत करके कार्यकम की भूमिका से प्रतिभागी को अवगत कराया ।
जिला कार्यक्रम संयोजक अनिल जोशी ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों का परिचय लिया और आनंद विभाग का परिचय दिया तथा अल्पविराम की अवधारणा से प्रतिभागियों को अवगत कराया और आनंद की ओर सत्र आयोजित किया गया। सत्र को आगे बढ़ाते हुए मास्टर ट्रेनर्स डॉ राम सहाय यादव ने कहा कि सबसे पहले हमें यह जानना आवश्यक है कि हमारे जीवन का आनंद क्या है और ऐसे कोन से कारण है जिससे मेरे जीवन का आनंद बढ़ता है और घटता है इस पर अलविराम लिया गया जिसमें प्रतिभागी ने बताया कि लोगों की मदद करना खुद के बारे में जानना ओर शांत समय लेने में आनंद आता है जब हमारे मन के मुताबिक कार्य होते है तो आनंद का भाव आ जाता है इसके बाद मास्टर ट्रेनर सुधा बाजपेई ने प्रतिभागी से अपने जीवन का लेखा जोखा तैयार करवाया और लाइफ बैलेंस शीट बनवाई ।
मास्टर ट्रेनर्स रघुवीर सोलंकी,सुनीता शुक्ला ने प्रतिभागियों को बताया कि जब हम किसी की मदद करते है तो वो हमारा फिक्स डिपॉजिट होता है वो ब्याज के साथ लौटकर जरूर आता है लोगो की मदद करने की लिस्ट हमारे हाथ में है जितनी मदद करेंगे उतनी ही लिस्ट बढ़ेगी और जितनी लिस्ट बढ़ती जाएगी उतना ही हमारे जीवन में आनंद आएगा।
इन प्रश्नों पर प्रतिभागियों ने शेयरिंग की ओर प्रतिभागी श्रीमती रचना पुरोहित,श्रीमती रचना वर्मा,गजेंद्र बामनिया, संगीता राजोरिया ने बताया है कि हमने कई लोगों की मदद की है आज जब कुछ मदद के भाव को याद करते हैं तो हमारे जीवन में आनंद का भाव आता है और वह एक स्थाई भाव है।
कार्यकम के समापन पर एम एल काग मुख्य कार्य पालन अधिकारी जनपद पंचायत,सहायक आयुक्त जे एस डामोर ,ज्योति वर्मा जिला परियोजना समन्वयक जन अभियान उपस्थित रहे ।
आपने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा है कि अपने दायित्व का निर्वहन हमें ईमानदारी के साथ करना चाहिए आप भी खुश रहें और लोगों के जीवन में भी खुशहाली आए इसके लिए आपको काम करना चाहिए और हमारे जीवन को आनंदित तरीके से जीना चाहिए।।
इसलिए आवश्यक है कि सभी कर्मचारी राज्य आनंद संस्थान की इस पहल के साथ जुड़कर अपने जीवन में हो रहे परिवर्तन को महसूस करें और जीवन को सकारात्मक बनाने हेतु लगातार अल्पविराम लेते रहे ।।
मनीष जोशी आनंदम सहयोगी ने सभी प्रतिभागियों का आभार प्रकट किया ।
