बड़वानी / मध्य प्रदेश शासन के निर्देशानुसार 1 नवंबर 2025 से 15 नवंबर 2025 तक जनजातीय गौरव दिवस के आयोजन के उपलक्ष्य में जनजातीय जननायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में प्राचार्य के निर्देशन में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रणजीत सिंह मेवाडे एवं डॉ. राजमलसिंह राव के मार्ग दर्शन में महाविद्यालय प्रांगण में स्थित शहीद भीमा नायक जी की प्रतिमा के आसपास साफ सफाई कर । अमर स्वतंत्रता सेनानी भीमा नायक जी के जीवन परिचय एवं संघर्ष पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया प्रमुख वक्ता के रूप में कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रणजीतसिंह मेवाडे ने भीमा नायक का जीवन परिचय एवं अंग्रेजों के साथ हुए उनके संघर्षों के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी प्रदान की गई। भीमा नायक के द्वारा अंग्रेजों के विरुद्ध 1857 की क्रांति में महत्वपूर्ण योगदान दिया गया। अंग्रेजों से संघर्ष के दौरान उन्होंने अंग्रेजी सेना के अधिकारी कर्नल किटिंग्स को हर मोर्चे पर लोहे के चने चबा दिए थे। भीमा नायक ने रामगढ़ के किले के निकट अंग्रेजों से रामगढ़ का युद्ध लड़ा, उसके पश्चात अंबापानी में अंग्रेजों से अम्बापानी का युद्ध किया , उसके पश्चात पंचमोली का युद्ध एवं ढाबा बावड़ी का युद्ध अंग्रेजों के साथ किया। इन सभी युद्धों में भीमा नायक ने अंग्रेजी सेना के छक्के छुड़ा दिए थे। भीमा नायक का नाम सुनते ही अंग्रेजी सैनिकों एवं अधिकारियों के पसीने छूट जाया करते थे। भीमा नायक अंग्रेजी सेना से धन एवं अन्न लूटकर गरीबों में बाट देते थे। इसीलिए उन्हें निमाड़ के रॉबिन हुड के नाम से भी जाना जाता है। जब अंग्रेजी सेवा अधिकारी भीमा नायक को पकड़ नहीं पाए तब उन्होंने भीमा नायक के ऊपर इनाम रखा और भीमा नायक के साथी के द्वारा धोखे से उन्हें गिरफ्तार करवाया गया ।जनजाति गौरव दिवस के उपलक्ष में मनाया जा रहे 15 दिवस के इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रंजना चौहान डॉ. निर्मला मौर्य,एवं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयं सेवक अनुज गंगवाल रोहित,विकास चौहान मनदीप,रवीना,सपना, लक्ष्मी सहित अनेक विद्यार्थी उपस्थित थे।_
