बड़वानी/प्रदेश में अतिवृष्टि से हुऐ फसलों के नुकसान के बावजुद केन्द्र सरकार व्दारा मध्यप्रदेश सरकार के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने आज महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में महामहिम से संज्ञान लेकर केन्द्रिय सहायता तत्काल दिलवाने का अनुरोध किया है।
ज्ञापन में बताया गया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 4 अक्टूबर को नई दिल्ली में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर प्रदेश में अतिवृष्टि के कारण किसानों की फसलों को भारी नुकसान होने की जानकारी से संबन्धित ज्ञापन सौंपा था तथा इस भारी तबाही को गंभीर आपदा की श्रेणी में रखने की भी मांग की थी, लेकिन केन्द्र सरकार व्दारा कोई कार्यवाही नही की गई, जो इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि कांग्रेस शासित प्रदेशों के प्रति केन्द्र सरकार का रवैया क्या है?
कांग्रेस ने केन्द्र में मध्यप्रदेश के प्रभावशाली मंत्रियों सहित भाजपा के 28 लोकसभा सांसदों और 8 राज्यसभा सांसदों पर भी उदासीनता का आरोप लगाया। कांग्रेस का कहना है कि मध्यप्रदेश बाढ़ और अतिवृष्टि से जुझ रहा है। प्रदेश का अन्नदाता परेशान है बावजुद राहत दिलवाने के लिए इनके व्दारा केन्द्र सरकार से कोई प्रभावी पहल नही की गई, जिससे अपने ही राज्य के निवासियों और मतदाताओं के प्रति उदासिनता का इनका अंदाज आसानी से लगाया जा सकता है। ज्ञापन के मध्यम से कांग्रेस ने महामहिम से अनुरोध किया है आवश्यक हस्तक्षेप करते हुए प्रदेश के प्रभावित अन्नदाताओं को शीघ्र राहत दिलवाई जावें।
