दिनांक 24.05.20 को फरियादी सुरेश पिता धुमसिंग भील नि. ग्राम नानी बड़वानी ने थाना हाजीर आकर रिपोट किया की मैं वाणीयाझिरा फल्या नानी बड़वानी रहता हुँ । आज सुबह करीब साढ़े छः बजे मेरा बाप धुमसिंग मेरे घर आया और बताया कि दयाराम खाट पर पड़ा है और मर गया है। तो मैं तथा छोटा भाई रकमसिहं ,बहन हिरुबाई देखने गये। देखा दयाराम खाट पर मरा पड़ा था और उसकी छाती में चोट के निशान तथा गले में गला घोटने के निशान है । किस अज्ञात व्यक्ति ने आज रात में मेरे बिच के भाई दयाराम का गला घोट कर हत्या कर दी है। भाई दयाराम की लाश उस घर खाट पर पड़ी है रिपोर्ट करता हुँ रिपोर्ट पर अपराध क्र. 290/20 धारा 302 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लि-या
गया। मामले की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक श्री डी.आर. तेनीवार ने थाना प्रभारी श्री टी.आई. राजेश यादव को अज्ञात आरोपी की जल्द से जल्द पतारासी कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गये जिस पर थाना बड़वानी के थाना प्रभारी टी.आई. श्री राजेश यादव ने पुलिस अधीक्षक बड़वानी के निर्देशन एंव अति पुलिस अधीक्षक श्रीमती सुनिता रावत, एसडीओपी श्री अत्तरसिंह जमरा के मार्गदर्शन में एफ.एस.एल. अधिकारी बी.एस बघेल, टी.आई.राजेश यादव ने उनि शिवराम निर्वेल,उनि लखनसिंह बघेल, उनि एस.एस. रघुवंशी, प्रार, 205 शिवराम चौहान, आर. जगजोध, अंतरसिंह, बलविर, सुरेन गेंदालाल, आर. योगेश पाटील, की टीम गठीत कर स्वयं उक्त टीम के साथ घटना स्थल पहुंचकर घटना स्थल का बारिकी से निरीक्षण कर वैज्ञानिक, मनोवैज्ञानिक एवं तकनिकी माध्यम से अज्ञात आरोपी की पतारासी करते एवं घटना स्थल के आसपास भोतिक साक्ष्य तलाश करते मृतक की लाश उसके घर की खाट पर पड़ी होने से व मृतक के गले में गमछे फांसी लगाकर तथा गले में व सिने पर दराते की चोट के निशान पाये गये तथा फांसी लगाने का गमछा भी पास में जलाया हुआ मिलने पर टीम को अज्ञात आरोपी(हत्यारा) आसपास का ही होने की शंका होने पर आसपास के लोगों से पुछताछ की गई तथा मृतक दयाराम की पत्नि ललिताबाई से भी पुछताछ की गई लेकिन पहले तो वह कुछ भी बताने
डर रही थी लेकिन फिर टीम ने मृतक की पत्नि से वैज्ञानिक एवं मनोवैज्ञानिक तरिके से लगातार पुछताछ करने पर मृतक की पत्नि ने बताया की रात के समय उसके पति और ससुर धुमसिंग पिता दगड़ीया भील उम 55 वर्ष नि. ग्राम नानी बड़वानी वाणीयाझीरा फलिया का शराब के नशे झगड़ा हुआ था और धुमसिंग अपने लड़के दयाराम से शराब पीने के लियेऔर खर्च पानी के लिये पैसे मांग रहा था जो दयाराम के मना करने पर दोनो के बिच हाथापाई चालु हो गई और दयाराम अत्यधिक शराब के नशे में था जो ठीक से चल भी नहीं पा रहा था एवं धुमसिंग ने कम शराब पी रखी थी जो झगड़े दौरान धुमसिंग ने शराब के नशे में गुस्से में आकर दयाराम के गमछे से ही उसका गला घोट दिया और गला घोटने के बाद ,दयाराम के कपड़े उतारने के बाद खटिया पर लिटा दिया एवं उसके बाद दराते से कई बार उसकी गर्दन एवं सिने पर वार किये और धुमसिंग को लगा की दयाराम मर चुका है तब वह पीछे बने अपने मकान के बाहर खटिया पर जाकर सो गया एवं सुबह जब उसको दयाराम के मरने की सुचना दी गई तो वह अनजान सा बनकर खुद ही थाने पर रिपोर्ट लिखाने पहुंच गया मृतक की मां एवं पत्नि ने बताया की बाप – बेटे का अकसर झगड़ा हुआ करता था और तीन वर्ष पूर्व भी पिता धुमसिंग ने दयाराम को सिर में गहरी चोट पहुंचाई थी जिससे दयाराम तीन दिन अस्पताल में भर्ती रहा था ।आरोपी धुमसिंग से टीम ने
जब वैज्ञानिक एवं मनोवैजिक तरिके से पुछताछ कर घटना दिनांक की उसकी दिनचर्या के बारे में पुछा तो उसके द्वारा जो जानकारी दी गई थी जिसकी टिम के द्वारा तस्दीक की गई तो पुरी जानकारी झुठी होना पाई गई। तब पुलिस का शक यकिन में बदल गया और अततः धुमसिंग ने भी जुर्म करना स्वीकार किया। बाद उक्ट टीम द्वारा आरोपी धुमसिंग पिता दगड़ी भील उम 55 वर्ष नि. ग्राम नानी बड़वानी वाणीयाझीरा फलिया को गिरफ्तार कर थाना लाया गया। जिसे न्यायालय बड़वानि पेश किया, आरोपी को न्यायालय से जेल भेज दिया गया है !
एसपी ने उक्त टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है
