पानसेमल ( सतीश केवट ) कोरोना महामारी ने देश के कामगारों को बेरोजगार कर दिया है । लाखो लाखो लोग पेट भरने शहरों में मजदूरी करने गए थे । जो लॉकडाउन होने से अपने अपने घर पहुच चूंके है । लाखो लोग अपनी जिंदगी को जीवित रखने की चिंता करने लगे थे । किंतु राज्य सरकार ने इन प्रवासी मजदूरों को अपने गाँव मे रोजगार देने का कार्य स्थानीय ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों ने जनपद पंचायत के मार्ग दर्शन में किया है । जिससे इन प्रवासी मजदूरों को अपनी जीविका चलाने में कोई परेशानी न हो । जनपद पंचायत पानसेमल के सीईओ वेरसिंह मुजाल्दा ने बताया कि शासन द्वारा ग्रामों के स्थानीय व प्रवासी मजदूरों को कोरोना के चलते अपनी रोजी रोटी चलाने हेतु रोजगार मुहैया कराए जा रहे है ।

जिसके तहत बोल्डर चेक डेम, कंटूर, खंती, खुदाई नाली निर्माण , पौधे लगाने आदि कार्य संपादित किये जा रहे है । डेम व नालियों का निर्माण पहाड़ी क्षेत्र में बारिश के पानी के प्रवाह को रोकने हेतु किया जा रहा है । जिससे पानी का संग्रह भी होगा और पानी ऊंचाई से धीरे धीरे बहेगा, जिससे पेड़ पौधे व मिट्टी का भी सरंक्षण हो सकेगा । मुजाल्दा ने बताया कि, हम ऐसे प्रवासी मजदूरों की तलाश कर रहे है जिनके पास रोजगार नही है, हम उन्हें यही काम देकर उनके जीवनयापन को आसान बनाने का प्रयास कर रहे है । जिससे इन मजदूरों को बाहर काम पर जाने की आवश्यकता न पड़े । रोजगार गारंटी योजना के तहत करीब 3 हजार 4 सौ स्थानीय व प्रवासी मज़दूरो को काम दिया गया है जो 8 घंटे का कार्य कर रहे है । जिसमें मजदूर को करीब 190 रु प्रतिदिन की मजदूरी दी जाएगी । ग्राम की सरपंच नीमड़ी बाई व पति बवाज्या पटेल, सचिव अर्जुन जाधव, काकड़िया वास्कले, दिनेश जाधव, बाबूराव पवार, पंकज वास्कले, प्रताप पवार, मिठ्या तरोले, विजय भोसले, आदि कार्यकर्ताओ द्वारा कार्य सम्पन्न किया जा रहा है ।
