पानसेमल (सतीश केवट) पानसेमल से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित पन्नाली पंचायत के कलज्या फलिया में गोविंद रायला के खेत में एक जंगली जानवर ने बकरियों को अपना शिकार बनाया।पहले तो लोगों को लग रहा था कि यह खूंखार तेंदुआ होगा, लेकिन बाद में उसके पग मार्क से से पता चला कि वह एक लकड़बग्घा है । ग्राम के पास के ही दिनेश ब्राम्हणे ने बताया कि रात्रि में एक सुनी झोपड़ी में बंधी बकरी और बकरे को लकड़बग्घे ने अपना शिकार बनाया लिया। सुबह जब झोपड़ी में बकरी को देखने पहुंचे तो तो बकरियां खूटे पर बंधी नहीं थी । लकड़बग्घा झोपडी में लगे हुए लकड़ी की जालीनुमा टट्टे को तोड़कर बकरियों को समीप के खेत में खींच कर ले गया और वही उसने बकरे और बकरी का शिकार किया । वहां बकरे बकरी के अंग क्षत-विक्षत होकर बिखरे पड़े थे।इसके बाद पानसेमल वन परीक्षेत्र अधिकारी मंगेश बुंदेला को फोन पर सूचना दी गई और उन्होंने असिस्टेंट रेंजर राजकमल आर्य की टीम को मौके पर पहुंचाया । जहां टीम ने मौका पंचनामा बनाया ।वन परिक्षेत्र अधिकारी मंगेश बुंदेला ने बताया कि शुरुआत में लोगों में क्षेत्र में तेंदुए होने की आशंका जताई का रही थी,क्योंकि इस क्षेत्र में 6 से 7 तेंदुए पहले भी पकड़े जा चुके है । लेकिन वन विभाग की टीम द्वारा खेत में मिले पग मार्ग से पता किया कि वह एक खूंखार लकड़बग्घा है जो घरेलू पशुओं का शिकार करता है। पहले भी एक लकड़बग्घा पिंजरे में कैद हो चुका है ।वर्तमान में आमदा और निसरपुर में पिंजरे लगे हुए हैं भविष्य में यह भी पिंजरे में कैद होगा। वन अधिकारियों ने लोगो से कहा कि लोग अकेले खेत में ना जाए व अपनी एवं परिवार की सुरक्षा का ध्यान रखें । कोई हरकत दिखने पर तुरंत वन मंडल क्षेत्र में सूचना करें ।
