बड़वानी/योजनाओं का समाज के अंतिम छोर पर प्रचार के साथ वंचित वर्ग तक लाभ पहुंचाने का कार्य जमीनी स्तर के कार्यकर्ता का होता है जिसे स्वास्थ्य अमले में कार्यरत आशा बखुबी अंजाम दे रही है। विधिक सेवाओं में घर-घर तक न्याय की सुगमता पहुचाने में पैरालिगल वाॅलेन्टियर के साथ आशा कारगर भूमिका का निर्वाह कर सकती है। उक्त बातें जिला एवं सत्र न्यायाधीश रामेश्वर कोठे के मार्गदर्शन में चल रहे विधिक ज्ञान प्रसार अंतर्गत आशा प्रशिक्षण में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव न्यायाधीश हेमन्त जोशी ने कही। उन्होने बाल संरक्षण, महिला सुरक्षा, निःशुल्क विधिक सेवा के साथ हेल्पलाईन नंबरों की जानकारी भी आशा कार्यकर्ताओं को प्रदान की। छोटे बच्चों की गृह आधारित देखभाल के लिए आशा कार्यकर्ता को दक्षता प्रदान करने के लिए लर्न-बाय-फन की पद्धति से गतिविधियां आयोजित कर प्रशिक्षित किया जा रहा है वहीं जन्मजात विकृति एवं दिव्यांगता की पहचान के लिए जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र आशाग्राम ट्रस्ट द्वारा 21 प्रकार की दिव्यांगता पहचानने के लिए आशाओं को पोस्टर भी प्रदान किये गए। इस दौरान जिला दिव्यांग पुनर्वास की प्रशासकीय अधिकारी श्रीमती नीता दुबे, जिला कम्युनिटी मोबाईलाईजर अशोक कनाड़े, संध्या सेन आदि उपस्थित थे।
