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जलाओ दिये पर रहे धैर्य इतना कि अंधेरा धरा पर कहीं रह न जाये। यह केवल प्रदर्शनी ही नहीं है अपितु भविष्य निर्माण की दिशा में पहला कदम है। यह हमें स्वावलंबी बनायेगी। आज का समय स्किल इंडिया का समय है। ये बातें   शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़वानी के कॅरियर सेल द्वारा आयोजित सुंदर दीपक- प्रदर्शनी एवं बिक्री कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए प्राचार्य डाॅ. आर. एन. शुक्ल ने कहीं। ज्ञात हो कि दीपावली के शुभ अवसर के अवसर पर कॅरियर सेल द्वारा दो दिवसीय आर्ट एंड क्राफ्ट कार्यशाला संचालित की गई थी। जिसमें ज्योति ओझा, प्रीति गुलवानिया और किरण वर्मा ने प्रशिक्षण दिया था। प्रशिक्षु छात्राओं ने न केवल इंद्रधनुषी दीपक बनाने की कला सीख ली, अपितु चार सौ से अधिक दीपक तैयार भी कर दिये। उद्घाटन के अवसर पर वरिष्ठ प्राध्यापक डाॅ. एन. एल. गुप्ता, डाॅ. जे. के. गुप्ता, डाॅ. जयराम बघेल, डाॅ. सुमेरसिंह सोलंकी, डाॅ. सपना गोयल, प्रो. हेमलता जाधव, प्रो. पायल जोशी, प्रो. पूनम जैमन, प्रो. निधि राठौड़, कॅरियर काउंसलर डाॅ. मधुसूदन चैबे सहित अनेक विद्यार्थी उपस्थित थे।

इन्होंने बनाये दीपक

कार्यकर्ता उमेश राठौड़, सचिन सेन और राहुल मालवीया ने बताया कि इस कार्यशाला में बी. ए. प्रथम वर्ष की उद्यमिता विकास के जिन विद्यार्थियों ने कला सीखकर कार्य किया उनमें स्वाति कुमावत, सीमा यादव, दीपिका धनगर, रवीना मालवीया, अंबिका यादव, कोमल सोनगड़े, नंदिनी अत्रे, आरती चैहान, जितेंद्र चोहान, अजय पाटीदार आदि सम्मिलित हैं। कोमल सोनगड़े और नंदिनी अत्रे ने अतिथियों के समक्ष अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि इस कार्यशाला का हिस्सा बनकर हमें बहुत प्रसन्नता हुई और बहुत कुछ सीखने को मिला।

सजेगा हमारे घर का आंगन

दीपक क्रय करते हुए डाॅ. एन. एल. गुप्ता, डाॅ. सुमेरसिंह सोलंकी, प्रो. पायल जोशी, डाॅ. एम. एल. गर्ग ने कहा कि बहुत सुंदर दीपक हैं और इनसे दीपावली के अवसर पर हमारा घर आंगन सज जायेगा। 

हाथों हाथ बिके दीपक

कार्यकर्ता प्रीति गुलवानिया और किरण वर्मा ने बताया कि प्रदर्शनी प्रारंभ होते ही दर्शकों ने रंगबिरंगे सुंदर दीपकों की प्रशंसा करते हुए उन्हें खरीदना प्रारंभ कर दिया। हाथों हाथ सभी दीपक बिक गये। एक सौ बीस दीपकों की एडवांस्ड बुकिंग हो चुकी थी। दो दिनों में छह घंटे के परिश्रम से दस विद्यार्थियों द्वारा चार सौ दीपक तैयार किये गये थे। इनकी बिक्री से पांच हजार रुपये प्राप्त हुए। इसमें पन्द्रह सौ रुपये की लागत आई है और कुल साढ़े तीन हजार रुपये का लाभ हुआ है। जाहिर है कि इस कार्य को वृहत् स्तर पर व्यावसायिक रूप से किया जाये तो यह बहुत लाभदायक प्रमाणित हो सकता है।

कॅरियर सेल की हुई सराहना

प्राचार्य डाॅ. शुक्ल ने कॅरियर सेल के नवाचारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह टीम अनुठी है इकसे कार्यकर्ता अपना अध्ययन करत हुए महाविद्यालय के विकास में सतत् योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि डाॅ. चैबे इस महाविद्यालय में उद्यमिता विकास के शिल्पी है।

प्रदर्शनी के आयोजन में राहुल वर्मा, सुनिल धनगर, राहुल भंडोले, राहुल सेन, शुभम सेन, आवेश खान, अजय चांदोरे, प्रीतम राठौड़, सावन शर्मा, भूमिका शर्मा ने सहयोग दिया। संचालन प्रीति गुलवानिया तथा किरण वर्मा ने किया। आभार ग्यान नारायण शर्मा ने व्यक्त किया।

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